नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) एलआईसी अध्यक्ष एम आर कुमार ने सोमवार को कहा कि बीमा कंपनियों के मुनाफे की तुलना किसी विनिर्माण फर्म के साथ नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि दोनों व्यवसायों की प्रकृति एकदम अलग है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विनिर्माण जैसी दूसरी कंपनियों की तुलना में बीमा कंपनियों का लाभ अलग है। अधिशेष सृजन के लिहाज से पिछले दो वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का सृजन हुआ है।’’
कुमार कहा कि इस अधिशेष में 95 प्रतिशत पॉलिसीधारकों के पास जा रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप पांच प्रतिशत को देखते हैं, तो यह आकार में छोटा लगता है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि अब अधिशेष वितरण के तरीके में बदलाव होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में अधिशेष वितरण का अनुपात पॉलिसीधारकों और शेयरधारकों के बीच 95:5 था। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 में 92.5:7.5 और फिर वित्त वर्ष 2024-25 में 90:10 होगा।
उन्होंने कहा कि जीवन बीमा कंपनियों को बेची गई पॉलिसियों से लाभ मिलता है।
एलआईसी ने पिछले महीने बताया था कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में उसका कर पश्चात मुनाफा 1,437 करोड़ रुपये रहा, जो इससे एक साल पहले की इसी अवधि में 6.14 करोड़ रुपये था।
भाषा पाण्डेय रमण
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