‘सेवानिवृत्ति योजना’ शहरी भारत की शीर्ष प्राथमिकता नहीं : सर्वे

‘सेवानिवृत्ति योजना’ शहरी भारत की शीर्ष प्राथमिकता नहीं : सर्वे

  •  
  • Publish Date - September 29, 2022 / 07:40 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) शहरी भारत के लिए ‘सेवानिवृत्ति योजनाद्य’ शीर्ष प्राथमिकता में नहीं आती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आयी है।

अध्ययन के मुताबिक, शहरी लोगों को इस बात की चिंता है कि वृद्धावस्था के लिए उनकी बचत पर्याप्त नहीं होगी। प्रत्येक तीन शहरी लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ऐसा है जो सेवानिवृत्ति लक्ष्यों को पूरा करने के लिए काम कर रहा है।

निजी बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने विपणन डेटा कंपनी कांतार के साथ भागीदारी में यह सर्वे किया है।

सर्वेक्षण में 50 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 90 प्रतिशत लोगों ने सेवानिवृत्ति जीवन संबंधी बचत के लिए अपने करियर की जल्दी शुरुआत नहीं करने पर अफसोस व्यक्त किया।

सर्वेक्षण के अपने दूसरे संस्करण में भारत सेवानिवृत्ति सूचकांक अध्ययन (आईआरआईएस) 44 पर था, जो यह दर्शाता है कि सेवानिवृत्त जीवन योजना के लिए शहरी वेतनभोगी वर्ग के बीच पिछले एक साल से तैयारियों में कमी है।

इस सर्वेक्षण में 28 शहरों से 3,220 पुरुष और महिलाओं की राय ली गई। इनमें से छह महानगर और 12 पहली और 12 दूसरी श्रेणी के शहर शामिल हैं।

अध्ययन के मुताबिक, स्वास्थ्य और वित्तीय तैयारी सूचकांक क्रमशः 41 और 49 रहा। भावनात्मक तैयारियां 62 से घटकर 59 रह गईं, जो सेवानिवृत्ति के दौरान परिवार, दोस्तों और सामाजिक समर्थन पर बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है।

मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रशांत त्रिपाठी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुझे लगता है जब आप सेवानिवृत्ति के बारे में विचार करना शुरू करते हैं तो कई प्रश्न होते हैं। कुछ वास्तविकताएं हैं जिनके बारे में हर कोई बात करता है कि भारत एक बहुत बड़ा युवा देश हैं लेकिन भारत भी बूढ़ा हो रहा है।

त्रिपाठी ने कहा कि भारतीयों को अपनी सेवानिवृत्ति की योजना के लिए जल्दी शुरुआत करनी चाहिए ताकि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र और स्वस्थ जीवन जीने के लिए तैयार हो पाएं।

भाषा रिया अजय

अजय