नयी दिल्ली, 20 अप्रैल (भाषा) दूरसंचार नियामक ट्राई ने कहा कि हालिया स्पेक्ट्रम सिफारिशों के तहत उसके द्वारा निर्धारित रोलआउट दायित्व सरल, निष्पक्ष और तर्कसंगत हैं, तथा पूरी तरह से वैश्विक 5जी मानदंडों के अनुरूप हैं।
इससे पहले दूरसंचार उद्योग ने कहा था कि न्यूनतम रोलआउट दायित्व एक पीछे ले जाने वाला कदम है और इसे दूर करना चाहिए।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्राई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि नियामक की सिफारिशों का मकसद दूरसंचार उपभोक्ताओं के अधिकतम लाभ के लिए रेडियो तरंगों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करना है।
अधिकारी ने कहा कि रोलआउट दायित्व उचित हैं और ट्राई के सिफारिश दस्तावेज में इसके तर्क को अच्छी तरह समझाया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य 5जी बाजारों में भी न्यूनतम रोलआउट दायित्व तय किए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा तय की गईं नेटवर्क रोलआउट की शर्तें आसान और निष्पक्ष हैं।
अधिकारी ने कहा कि यह सुनिश्चित करना ट्राई का कर्तव्य है कि 5जी का लाभ न केवल सेवा प्रदाताओं को, बल्कि ग्राहकों और नागरिकों को भी मिले। इसलिए स्पेक्ट्रम का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करना जरूरी है।
भाषा पाण्डेय
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