रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 83.50 प्रति डॉलर पर

रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 83.50 प्रति डॉलर पर

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  • Publish Date - May 16, 2024 / 06:20 PM IST,
    Updated On - May 16, 2024 / 06:20 PM IST

मुंबई, 16 मई (भाषा) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को चार पैसे की गिरावट के साथ 83.50 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। निवेशकों में जोखिम लेने की धारणा कमजोर होने के बीच विदेशी कोषों की सतत निकासी से रुपये में गिरावट आई।

बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख ने रुपये को समर्थन प्रदान किया और नुकसान पर अंकुश लगा दिया।

उन्होंने कहा कि मौजूदा चुनावों और विदेशी कोषों के बहिर्वाह के कारण रुपया दबाव में है और चुनाव नतीजे आने के बाद यह कम हो जाएगा।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये में एक सीमित दायरे में कारोबार हुआ। रुपया 83.45 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान 83.44 प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम तथा 83.50 प्रति डॉलर के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 83.50 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। बुधवार को रुपया 83.46 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 104.40 हो गया।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

कच्चे तेल की कीमत 93 डॉलर प्रति बैरल होने के बाद उसमें पर्याप्त तकनीकी सुधार हुआ और मौजूदा समय में यह 82 डॉलर प्रति बैरल के आसपास मंडरा रही है।

विशेषज्ञों के अनुसार, तेल की कीमतों में इस गिरावट का भारत के व्यापार संतुलन पर लाभकारी प्रभाव पड़ना तय है, खासकर यह देखते हुए कि पेट्रोलियम उत्पाद इसके कुल आयात खर्च का 25 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं।

कच्चे तेल की कम कीमतों से व्यापार घाटे पर दबाव कम होने की उम्मीद है, जिससे रुपये के लिए अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण मिलेगा।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 676.69 अंक की तेजी के साथ 73,663.72 अंक पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजर में बिकवाल रहे और उन्होंने बुधवार शुद्ध रूप से 2,832.83 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

भाषा राजेश राजेश अजय

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