नई दिल्ली। विदेशी विनिमय बाजार में रुपये के गिरने का सिलसिला आज भी जारी रहा, और 17 पैसे की गिरावट के साथ रुपया 71 पर पहुंच गया है। इसी ऐतिहासिक गिरावट के साथ रुपया अभी तक के सबसे नीचले स्तर पर पहुंच गया है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जारी उथल-पुथल ने रुपया अस्थिर हुआ है
रुपये की कीमत का अस्थिर होने का सबसे बड़ा असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ा है। भारत 80 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है। कच्चे तेल की कीमत बढ़ी है साथ ही रुपये में गिरावट की वजह से तेल कंपनियों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 15 दिनों में राजधानी दिल्ली में डीजल और पेट्रोल की कीमत में 1 रुपये का इजाफा हुआ है।
वहीं, रुपये में गिरावट के सिलसिले की बात की जाए तो इस साल डॉलर के मुकाबले रुपया 9.90 फीसदी गिरा है। सिर्फअगस्त में ही रुपये में 3.30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इस तरह एशिया में रुपया सबसे लचर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बनी हुई है।
वेब डेस्क, IBC24