सेबी ने प्रतिभूति बाजार प्रशिक्षकों के लिये आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाकर छह नवंबर की

सेबी ने प्रतिभूति बाजार प्रशिक्षकों के लिये आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाकर छह नवंबर की

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  • Publish Date - October 14, 2020 / 10:50 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:47 PM IST

नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने प्रतिभूति बाजार प्रशिक्षकों (एसएमएआरटीएस) के लिये आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर छह नवंबर कर दी है। पूंजी बाजार में खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी के साथ ये प्रशिक्षक नियामक के निवेशक शिक्षा कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे।

इससे पहले आवेदन जमा करने की अंति तिथि 16 अक्टूबर थी।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कहा कि शिक्षित निवेशक ‘संरक्षित निवेशक’ होते हैं। इसको देखते हुए वह निवेशक शिक्षा कार्यक्रम को ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहता है ताकि निवेशक प्रतिभूति बाजार को बेहतर तरीके से समझ सके और सोच-विचारकर निर्णय कर सके।

एक सार्वजनिक नोटिस में नियामक ने कहा कि पात्र इकाइयों को प्रशिक्षकों का पैनल बनाने को लेकर आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाकर छह नवंबर की जा रही है।

इससे पहले, सेबी ने सितंबर में पात्र इकाइयों से एसएमएआरटीएस के पैनल में शामिल होने को लेकर आवेदन मंगाये थे।

ऐसा माना जा रहा है कि ये प्रशिक्षक मौजूदा और संभावित निवेशकों के लिये निवेशक जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे।

इस कार्यक्रम के विषयों में प्रतिभूति बाजार की बुनियादी बातें, निवेशकों का अधिकार और जवाबदेही, बाजार में निवेश करने से जुड़े जोखिम और रिटर्न, शिकायत समाधान प्रणाली समेत अन्य बातों को शामिल किये जाने की संभावना है।

ये कार्यक्रम हिंदी और अंग्रेजी के अलावा विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित किये जाएंगे।

सेबी के अनुसार पैनल में शामिल किये जाने वाले प्रक्षिक्षक अपने-अपने जिलों में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे ताकि छोटे एवं मझोले शहरों के निवेशकों को इससे लाभ हो।

प्रशिक्षक के लिये व्यक्ति को भारत का नागरिक और निवासी होना चाहिए। वह विधि, वाणिज्य, प्रबंधन, अर्थशास्त्र, वित्तीय बाजारों की शिक्षा से जुड़े संगठनों से जुड़ा हो। ट्रस्ट अथवा कंपनी या सोसाइटी के रूप में पंजीकृत इकाई भी प्रशिक्षक की भूमिका के लिये आवेदन कर सकते हैं।

अन्य मानदंडों के तहत आवेदनकर्ताओं को मान्यता प्राप्त विश्विविद्यालय से कम-से-कम 50 प्रतिशत अंक के साथ स्नातक होना चाहिए। साथ ही विधि, वाणिज्य, प्रबंधन, अर्थशास्त्र या वित्तीय बाजारों की शिक्षा के क्षेत्र में काम करने या सिखाने का कम-से- कम पांच साल का अनुभव होना चाहिए।

भाषा

रमण मनोहर

मनोहर