शेयर बाजार में भारी उठापटक, अंतिम घंटे की लिवाली से सेंसेक्स 112 अंक चढ़ा

शेयर बाजार में भारी उठापटक, अंतिम घंटे की लिवाली से सेंसेक्स 112 अंक चढ़ा

  •  
  • Publish Date - May 13, 2024 / 05:04 PM IST,
    Updated On - May 13, 2024 / 05:04 PM IST

मुंबई, 13 मई (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को भारी उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसक्स 111 अंक से अधिक की बढ़त में रहा। एनएसई निफ्टी में भी तेजी रही। मुख्य रूप से एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में अंतिम दौर की लिवाली आने से बाजार लाभ में रहा।

शुरुआती गिरावट से उबरते हुए तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 111.66 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72,776.13 अंक पर बंद हुआ। कमजोरी के साथ खुला सूचकांक कारोबार के दौरान एक समय 798.46 अंक यानी 1.09 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 71,866.01 अंक पर आ गया था। लेकिन बाद में निचले स्तर पर लिवाली आने से यह नुकसान से उबरने में सफल रहा।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 48.85 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,104.05 अंक पर बंद हुआ। सूचकांक एक समय 21,821.05 अंक के निचले स्तर तक आ गया था।

सेंसेक्स के शेयरों में एशियन पेंट्स, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक और पावरग्रिड प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

दूसरी तरफ टाटा मोटर्स में सबसे ज्यादा आठ प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कंपनी का 31 मार्च, 2024 को समाप्त चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ तीन गुना उछलकर 17,528.59 करोड़ रुपये होने की सूचना के बाद भी इसका शेयर नुकसान में रहा।

इसके अलावा एनटीपीसी, भारती एयरटेल, टाइटन, भारतीय स्टेट बैंक और नेस्ले में प्रमुख रूप से गिरावट रही।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भले ही बाजार दिन के निचले स्तर से उबरा और हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ लेकिन निवेशक लोकसभा चुनावों से जुड़ी आशंकाओं और ऊंचे मूल्यांकन की वजह से फिक्रमंद हैं।’’

नायर ने कहा कि किसी बड़े सकारात्मक कारक के अभाव और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी जारी रहने से घरेलू बाजार अल्पावधि में कमजोर बना रह सकता है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘कारोबारी सप्ताह की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ हुई लेकिन अंत में यह हल्की बढ़त लेने में सफल रहा। खासकर दिग्गज कंपनियों में खरीदारी ने सूचकांकों को दिन के ऊपरी स्तर के करीब बंद होने में मदद की।’’

व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.36 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि स्मॉलकैप में 0.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में इस अनिश्चितता का संबंध लोकसभा चुनावों के चौथे चरण में हुए मतदान से भी है।

क्षेत्रवार सूचकांकों में सेवा खंड में सर्वाधिक 1.41 प्रतिशत और रियल्टी खंड में 1.32 प्रतिशत की बढ़त देखी गई जबकि टिकाऊ उपभोक्ता और दूरसंचार खंड में गिरावट रही।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में ज्यादातर में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को बढ़त में रहा था।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 2,117.50 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 83.02 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 260.30 अंक लाभ में जबकि निफ्टी 97.70 अंक की बढ़त में रहा था।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय