एकमुश्त योजना अपनाने वाले करदाता शून्य देनदारी होने पर एसएमएस के जरिये भर सकते हैं रिटर्न: जीएसटीएन

एकमुश्त योजना अपनाने वाले करदाता शून्य देनदारी होने पर एसएमएस के जरिये भर सकते हैं रिटर्न: जीएसटीएन

एकमुश्त योजना अपनाने वाले करदाता शून्य देनदारी होने पर एसएमएस के जरिये भर सकते हैं रिटर्न: जीएसटीएन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:28 pm IST
Published Date: October 26, 2020 3:58 pm IST

नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने सोमवार को कहा कि उसने एकमुश्त कर योजना (कंपोजिशन स्कीम) अपनाने वाले करदाताओं के लिये शून्य देनदारी होने पर एसएमएस के जरिये तिमाही रिटर्न भरने की व्यवस्था शुरू की है।

कुल 17.11 लाख करदाता एकमुक्त योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं। इसमें से करीब 20 प्रतिशत या 3.5 लाख करदाता वैसे हैं, जो शून्य रिटर्न फाइल करते हैं।

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माल एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने एक बयान में कहा कि इसके तहत एकमुश्त योजना अपनाने वाले करदाता बिना जीएसटी पोर्टल पर ‘लॉगइन’ किये एसएमएसम के जरिये जीएसटी सीएमपी-08 फॉर्म में शून्य ब्योरा भर सकते हैं। सीएमपी-08 स्व-आकलन कर का तिमाही ब्योरा है जिसे एकमुश्क योजना अपनाने वाले करदाता भरते हैं।

बयान के अनुसार, ‘‘करदाताओं को सलाह है कि वे इस व्यवस्था का लाभ लेने के लिये निर्धारित प्रारूप में एसएमएस भेजे।’’

जीएसटी के तहत एकमुश्त यानी कंपोजिशन योजना 1.5 करोड़ रुपये तक के कारोबार वाले करदातओं के लिये एक सरल व्यवस्था है। इसके तहत छोटे करदाताओं को राहत दी गयी है और वे जीएसटी की जटिल औपचारिकताओं में पड़े बिना अपने कारोबार पर नियत दर से माल एवं सेवा कर का भुगतान कर सकते हैं। इसमें विनिर्माताओं और कारोबारियों के लिये जीएसटी एक प्रतिशत की दर से तथा रेस्तरां (शराब उपलब्ध नहीं कराने वाले) को 5 प्रतिशत से जीएसटी देना होता है।

जीएसटी प्रणाली के लिये सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा उपलब्ध कराने वाली जीएसटीएन पहले ही करदाताओं को शून्य जीएसटअीआर-3बी (सामान्य करदाता द्वारा मासिक रिटर्न) और शून्य जीएसटीआर-1 ( सामान्य करदाताओं द्वारा बाहर की गयी आपूर्ति के साथ कर देनदारी के बारे में जानकारी देने के लिये मासिक या तिमाही रिटर्न) की सुविधा उपलब्ध करा चुका है।

अब इस सुविधा के दायरे में एकमुश्त योजना अपनाने वाले करदाताओं को लाने से 35 लाख से अधिक करदाता एसएमएस के जरिये शून्य रिटर्न ऑफलाइन भर सकते हैं।

भाषा रमण अजय

अजय


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