नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) दूरसंचार कंपनियों का सकल राजस्व दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 2.64 प्रतिशत घटकर 69,695 करोड़ रुपये रह गया।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा बृहस्पतिवार को जारी तिमाही प्रदर्शन रिपोर्ट के मुताबिक दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) का सकल राजस्व इससे एक साल पहले समान अवधि में 71,588 करोड़ रुपये था।
रिपोर्ट के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि में टीएसपी का समायोजित सकल राजस्व, 15.81 प्रतिशत बढ़कर 55,151 करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़ा 2020 की इसी तिमाही में 47,623 करोड़ रुपये था। समायोजित सकल राजस्व पर ही सरकार विभिन्न शुल्क वसूलती है।
लाइसेंस शुल्क के रूप में सरकार का संग्रह दिसंबर 2020 तिमाही के 3,809 करोड़ रुपये से 19.21 प्रतिशत बढ़कर 4,541 करोड़ रुपये हो गया।
सरकार का स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) संग्रह दिसंबर 2022 तिमाही में 14.47 प्रतिशत बढ़कर 1,760 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे एक साल पहले समान अवधि में 1,538 करोड़ रुपये था।
रिलायंस जियो ने दिसंबर 2022 को समाप्त तिमाही में सबसे ज्यादा 19,063.75 करोड़ रुपये का एजीआर दर्ज किया। इसके बाद भारती एयरटेल का 4,484.48 करोड़ रुपये, वोडाफोन आइडिया ने 6,541.83 करोड़ रुपये, बीएसएनएल ने 1,984.94 करोड़ रुपये, टाटा टेलीसर्विसेज ने 530.21 करोड़ रुपये, एमटीएनएल ने 254.78 करोड़ रुपये, रिलायंस कम्युनिकेशंस ने 61.69 करोड़ रुपये और क्वाड्रंट का 13.22 करोड़ रुपये रहा।
समीक्षाधीन तिमाही में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले भारत में दूरसंचार उपभोक्ताओं की कुल संख्या 0.9 प्रतिशत घटकर 117.84 करोड़ रह गई। कुल ग्राहकों में 115.46 करोड़ ‘वायरलेस’ और 2.37 करोड़ ‘वायरलाइन’ ग्राहक शामिल हैं।
भाषा पाण्डेय रमण
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