वेदांता समूह विभिन्न कारोबार को अलग करने के बारे में मार्च अंत तक करेगा निर्णय: अनिल अग्रवाल

वेदांता समूह विभिन्न कारोबार को अलग करने के बारे में मार्च अंत तक करेगा निर्णय: अनिल अग्रवाल

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  • Publish Date - January 26, 2022 / 08:30 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) धातु और खनन क्षेत्र की कंपनी वेदांता लिमिटेड अपने महत्वपूर्ण कारोबारों को अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों के तहत लाने संबंधी प्रस्ताव की रूपरेखा की घोषणा मार्च माह के अंत तक करेगी।

कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि मूल्यवर्द्धन के लिए वह कॉरपोरेट ढांचे को सरल और सुव्यवस्थित करना चाहते हैं।

जिंक कारोबार पहले से ही एक सूचीबद्ध सहायक कंपनी के तहत है, अब योजना एल्युमीनियम, लोहा तथा इस्पात और तेल तथा गैस व्यवसायों को सूचीबद्ध संस्थाओं के रूप में अलग करने की है।

अग्रवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि इससे सभी हितधारकों के लिए मूल्यवर्द्धन होगा और ऐसे कारोबार खड़े होंगे जो अलग-अलग बाजार स्थितियों का बेहतर तरीके से लाभ उठा सकेंगे, दीर्घकालिक वृद्धि देंगे और रणनीतिक साझेदारी को संभव बनाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘कारोबारों को अलग-अलग करना (डीमर्जर) एक प्राकृतिक चीज है। बाजार बढ़िया है और उत्पादन अच्छा चल रहा है। इसलिए हमारा मानना है कि अलग-अलग कंपनियां होने से मूल्यवर्द्धन होगा। लगभग डेढ़ महीने में या मार्च अंत से पहले हम पूरी रूपरेखा की घोषणा करेंगे।’’

वेदांता ने पिछले वर्ष नवंबर में घोषणा की थी कि उसके निदेशक मंडल ने एक उप समिति का गठन किया है जो एल्युमीनियम, लोहा और इस्पात, गैस और तेल के कारोबार को अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में बदलने की संभावनाओं का आकलन करेगी।

भाषा

मानसी रमण

रमण