#IBC24Jansamwad: TS सिंहदेव का अबतक का सबसे बेबाक साक्षात्कार, ढाई-ढाई साल से लेकर उपमुख्यमंत्री बनने तक हर विवादित बात का दिया जवाब

IBC24Jansamwad: जनसंवाद कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने शिरकत की और अपने सियासी जीवन से जुड़ी कई बातें उन्होंने IBC24 से साझा की। जनसंवाद में उनसे सीधा संवाद एडिटर इन चीफ रविकांत मित्तल ने किया जिनके सवालों का जवाब टीएस सिंहदेव ने बड़े ही सुलझे हुए अंदाज में दिया।

#IBC24Jansamwad: TS सिंहदेव का अबतक का सबसे बेबाक साक्षात्कार, ढाई-ढाई साल से लेकर उपमुख्यमंत्री बनने तक हर विवादित बात का दिया जवाब
Modified Date: August 6, 2023 / 09:11 pm IST
Published Date: August 6, 2023 9:10 pm IST

#IBC24Jansamwad : इस साल के अंत में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने को है। चुनाव को लेकर सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्रों में चुनावी दौरा शुरू हो गया है। इस क्रम में छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश का नंबर वन न्यूज चैनल IBC24 के खास चुनावी कार्यक्रम जनसंवाद का आयोजन किया जा रहा है। लगातार जनसंवाद के माध्यम से IBC24 नेता और जनता के बीच रूबरू हो रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर छत्तीसगढ़ के सरगुजा में IBC24 का जनसंवाद का कार्यक्रम हो रहा है। इस कार्यक्रम में राजनीतिक दलों के नेताओं से IBC24 जनता से जुड़े मुद्दों पर सीधा सवाल कर रहा है और अपनी सामाजिक प्रतिबद्वता को निभाते हुए जनप्रतिनिधियों की बातों को आप तक पहुंचा रहा है।

आपको बता दें कि जनसंवाद के कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने शिरकत की और अपने सियासी जीवन से जुड़ी कई बातें उन्होंने आईबीसी24 से साझा की। जनसंवाद में उनसे सीधा संवाद आईबीसी24 के एडिटर इन चीफ रविकांत मित्तल ने किया जिनके सवालों का जवाब टीएस सिंहदेव ने बड़े ही सुलझे हुए अंदाज में दिया।

आदिवासी मुख्यमंत्री के सवाल पर सिंहदेव ने क्या कहा जानें

टीएस सिंहदेव ने बताया कि पूर्व में जब पहली बार सीएम बनाने की बात हुई थी तब उन्होंने ही मुख्यमंत्री के तौर पर आलाकमान के सामने दो नाम रखे थे। इनमे स्वर्गीय अजीत जोगी और स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के नाम थे। आलाकमान ने अजीत जोगी के नाम पर सहमति जताई थी। मौजूदा सीएम भूपेश बघेल ने भी आदिवासी एक्सप्रेस के नाम से प्रचार शुरू किया था। यह वह दौर था जब उनकी भेंट भूपेश बघेल से हुई थी। इस तरह डिप्टी सीएम ने जताया कि उनकी पार्टी हमेशा से इसके पक्ष में रही है। जहाँ तक मौजूदा समय में आदिवासी नेता का कोई विकल्प है तो उनके पास काफी चेहरे हैं। इनमे खुद पीसीसी मुखिया दीपक बैज का नाम भी शामिल है।

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बताई नाराजगी की वजह, कोई शिकवा-गिला नहीं: टीएस सिंहदेव

पार्टी से गिले-शिकवे के सवाल पर टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जब तक उन्हें काम करने का अवसर मिलता रहेगा और एक बेहतर माहौल मिलता रहेगा, ऐसी कोई स्थिति नहीं आएगी। डिप्टी सीएम ने साफ़ किया कि फ़िलहाल कोई शिकवा-गिला नहीं है।

मैं नाराज नहीं होता। मेरा स्वाभाव नाराज होने का नहीं है। मैं बहुत कम नाराज होता हूँ। हां कभी-कभी होता हूँ लेकिन कंट्रोल की कोशिश होती हैं। उनपर काफी दबाव था। करियर का दबाव था और लोगों के साथ समर्थकों का भी दबाव था। क्षेत्र का और मतदाताओं का भी दबाव था। यह अनिर्णय की स्थिति नहीं रहनी चाहिए। इसके चलते उनपर दबाव था। वे विचारों के प्रति कमिटेड है जबकि व्यक्तिगत रूप से व्यवहार में काफी लचीले है। इस तरह उनके लिए यह शर्मिंदगी की बात थी कि कोई दूसरी पार्टी उन्हें प्रस्ताव दे रहा था। हर स्थित में परिवार के साथ रहे, कभी कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा।

ढाई-ढाई के मुद्दे पर भी कही ये बात

जनसंवाद में टीएस सिंहदेव ने सबसे अहम् ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनाये जाने के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी और इस बात का खुलासा किया कि आखिर यह पूरी बात आई कहा से। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने बताया कि उनकी कभी भी इस पर चर्चा नहीं हुई थी। न ही भूपेश बघेल से और न ही शीर्ष नेतृत्व से। राहुल गांधी एक ही दिन तीन राज्यों के शपथ में भी पहुंचे थे। लेकिन जिस दिन भूपेश बघेल का नाम सीएमके लिए फाइनल हुआ उस दिन अचानक मीडिया में ढाई-ढाई साल की बाते चलने लगी, बावजूद इसके कि इसपर आलाकमान से भी किसी तरह की बातचीत नहीं हुई थी। इस समाचार के बाद उनपर काफी दबाव था। लगातार फोन आ रहे थे। उन्होंने बता था कि ऐसी कोई बात नहीं हुई थी।

दूसरी पार्टी में जाने की बात पर कही ये बात

जब उपमुख्यमंत्री से यह पूछा गया कि क्या सिंधिया की तरह दूसरी पार्टी में जाने की बातों में दम है तो उन्होंने कहा कि मैं ​लचीले विचारों वाला नहीं हूं इसे चाहे कमजोरी मान लीजिए या मजबूती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए सारी उम्र चली गई, राजपाट चली कई अंग्रेजों ने जमीनें छीन ली, आज जब सिर के बात पक गए हैं तो किसी भी पार्टी में जानें को लेकर इस तरह के कयास हम पर सवाल उठा रहे थे, सिंहदेव ने कहा कि मैने पहले भी कहा था कि मैं कभी भी भाजपा यह दूसरी पार्टी में नहीं जाउंगा। साथ ही कहा कि जब तक काम करने का मौका मिलेगा मान सम्मान मिले तब तक ऐसा बिल्कुल भी सोच नहीं सकते।

फिर बनेगी राज्य में कांग्रेस की सरकार

इसके अलावा टीएस सिंहदेव से जब पूछा गया कि क्या छत्तीसगढ़ में फिर बनेगी कांग्रेस की सरकार? इस बात पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरकार तो फिर बनेगी इसकी बात आप नेशनल मीडिया से लेकर स्थानीय लोगों तक से जानकारी मिलती है, वहीं सरगुजा में 14 की 14 सीटे जीतने को लेकर सिंहदेव ने कहा कि मैं गलत दावे नहीं कर सकता । लेकिन राज्य में सरकार बनेगी क्योंकि हकीकत में काम हुआ है।

क्या अगली बार उपमुख्यमंत्री शब्द से हटेगा उप शब्द

वहीं जब उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव से पूछा गया कि क्या सरकार की अगली पारी में आपके उपमुख्यमंत्री पद से उप शब्द हट जाएगा, इस पर सिंहदेव ने कहा कि ये तो संयोग है, लेकिन कैबिनेट के सदस्य के रूप में छत्तीसगढ़ के लोगों की सेवा और काम करना चाहूंगा इसके अलावा जो निर्णय हाईकमान लेगी वह मुझे मान्य होगा।

उनका पूरा वीडियो आप यहां पर देख सकते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com