कृष्ण-राम सबके प्यारे.. कमल किसके सहारे? भाजपा धर्म, राम और कृष्ण के मुद्दे पर भूपेश सरकार को कभी कटघरे में खड़ा कर पाएगी ?

Chhattisgarh government started Krishna Kunj On Janmashtami Festival

  •  
  • Publish Date - August 19, 2022 / 11:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

Chhattisgarh government started Krishna Kunj

(रिपोर्टः सौरभ सिंह परिहार) रायपुरः पहले रामवनगमन पथ का विकास और अब कृष्ण कुंज को विकसित करने की शुरूआत, क्या प्रदेश में कांग्रेस सरकार भाजपा से राम और कृष्ण के नाम पर सियासी वार के द्वार बंद करते जा रही है? ये सवाल इन दिनों प्रदेश में सियासी बहस का नया मोर्चा खोल रहा है। दरअसल,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज कृष्ण कुंज का लोकार्पण किया। जिसके बाद से भाजपा ने कांग्रेस पर आरोपों की बौछार की तो कांग्रेस ने भी भाजपा पर तीखा पलटवार किया है।

Read more :  मनीष सिसोदिया के घर CBI की रेड खत्म, 14 घंटे बाद बाहर निकले अधिकारी, हाथ लगे कई अहम दस्तावेज

Chhattisgarh government started Krishna Kunj प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता में आऩे के बाद दिसंबर 2019 में राम वनगमन परिपथ की शुरूआत की और अब 2023 चुनाव से एक साल पहले आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृष्ण जन्माष्टमी पर कृष्णकुंज का लोकार्पण किया है। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 162 जगहों पर कृष्ण कुंज बनाने के लक्ष्य पर काम शुरू किया है। मुख्यमंत्री के मुताबिक सांस्कृतिक विविधताओं से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ का हर पर्व प्रकृति और आदिम संस्कृति से जुड़ा है। ‘कृष्ण-कुंज’ योजना के जरिए सांस्कृतिक महत्व के पेड़ों को सहेजने की अनुकरणीय पहल है जो बेहतर कल बनाएगी।

Read more : इस मशहूर कलाकार के नाम पर अवैध वसूली, फर्जी आईडी बनाकर युवतियों से मांग रहे पैसे, पुलिस ने शुरू की जांच

पहले राम-वन-गमन पथ और अब कृष्णकुंज, प्रदेश के विपक्षी दल भाजपा को कांग्रेस की ये राम-कृष्ण भक्ति रास नहीं आ रही। प्रदेश के पूर्व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का आरोप है कि ये जमीनों की बंदरबांट का खेल है, कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार के लिए काम कर रही है। जबकि कांग्रेस का कहना है कि भाजपा राम और कृष्ण के नाम पर वोट बटोरती रही है।

Read more : गणेश उत्सव, दुर्गा पूजा में इन नियमों का करना होगा पालन, सरकार ने त्योहारों के लिए जारी की गाइडलाइन

जानकार मानते हैं कि हिंदुत्व, राम और राष्ट्रवाद हमेशा से भाजपा को सियासी तौर पर मजूबत बनाते आए हैंय़ ऐसे में अब कांग्रेस का राम और कृष्ण के नाम पर प्रोजेक्ट्स शुरू करना भाजपा को भला कैसे रास आ सकता है? जाहिर है 2023 से पहले भाजपा-कांग्रेस में इस मुद्दे पर बहस गर्माती रहेगी। सवाल ये कि क्या छत्तीसगढ़ भाजपा धर्म,राम और कृष्ण के मुद्दे पर भूपेश सरकार को कभी कटघरे में खड़ा कर पाएगी ?