जशपुर, 24 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई के भीतर मतभेद रविवार को एक बार फिर खुलकर तब सामने आए, जब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के समर्थक माने जाने वाले एक नेता को जशपुर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कथित तौर पर भाषण देने से रोका गया और उनके साथ धक्का-मुक्की की गई।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिव सप्तगिरी उलाका के अलावा अन्य नेता भी मौजूद थे।
कथित घटना के एक वीडियो में जशपुर जिले के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पवन अग्रवाल मंच से समारोह को संबोधित करते हुए दिखाई दे रहे हैं। अचानक एक अन्य नेता इफ्तिखार हसन, अग्रवाल से माइक छीनने की कोशिश करते और उन्हें धक्का देते नजर आ रहे हैं। यह सम्मेलन रायपुर से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित जशपुर कस्बे के एक सामुदायिक भवन में आयोजित किया गया था।
अग्रवाल ने कहा कि जब उन्होंने अपने भाषण के दौरान कथित सत्ता-साझा समझौते के अनुसार टी एस सिंह देव को मुख्यमंत्री के रूप में पदोन्नत करने में देरी पर सवाल उठाया तो हसन और अन्य लोगों ने कथित रूप से उनके साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई की।
अग्रवाल ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”2013 से 2018 के अंत तक जशपुर कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मैंने जिले में पार्टी के लिए बड़े पैमाने पर काम किया। 2018 के विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस ने भाजपा से जिले की तीनों सीटें- पत्थलगांव, जशपुर और कुंकुरी को छीन लिया। पार्टी की जीत की तमाम कोशिशों के बावजूद विधानसभा चुनाव के बाद मुझे जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया गया।”
इस बीच, हसन ने अग्रवाल के आरोपों को खारिज किया है। वहीं, भाजपा की छत्तीसगढ़ इकाई ने भी घटना का कथित वीडियो साझा कर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
भाषा शफीक वैभव
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