रायपुर, 13 सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को राज्य के पुलिस अधिकारियों से कहा कि अपराधियों के मन में कानून का भय हो तथा पीड़ितों को त्वरित न्याय मिले। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री साय शुक्रवार को राजधानी के न्यू-सर्किट हाउस में ‘कलेक्टर-एसपी’ कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
साय ने कहा, “अपराधियों के मन में कानून का भय हो तथा पीड़ितों को त्वरित न्याय मिले। आम जनता में पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास कायम रहे। बेवजह किसी नागरिक को परेशान न किया जाए। पुलिस का व्यवहार आम नागरिकों के साथ मित्रवत हो। पुलिस थानों का वातावरण ऐसा हो कि आम नागरिक को पुलिस थानों में प्रवेश करते समय सहयोग की उम्मीद हो।”
उन्होंने कहा, “राज्य में अपराध पर नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक आपसी समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें। केंद्र सरकार ने दंड संहिता को बदल कर न्याय संहिता कर दिया है। इसका जमीनी क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए पुलिस को इन नए कानूनों के अनुरूप कार्य करने के लिए स्वयं को ढालना होगा। हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है, और पिछले वर्षों की तुलना में अपराध की संख्या में कमी आई है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नये सिरे से सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है, इससे अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी। लोगों को जागरूक करना और उन्हें इस बात का भरोसा दिलाना होगा कि पुलिस उनके साथ है।
साय ने कहा कि अवैध शराब के परिवहन तथा बिक्री, जुआ, सट्टा और गांजा की तस्करी को रोकने के लिए अभियान चलाकर दोषियों पर विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित करें। समाज में अशांति फैलाने वालों, अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखें और उनके खिलाफ त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करें। हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए तथा ऐसे मामलों में प्राथमिकता से त्वरित गति से कार्यवाही सुनिश्चित करें।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर की और कहा कि आम लोगों को यातायात नियमों का पालन करने और सीट-बेल्ट, हेलमेट पहनने की सलाह दी जाए।
अधिकारियों ने बताया कि ‘कलेक्टर-एसपी’ कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, राज्य के संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
भाषा संजीव जितेंद्र
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