‘ऑपरेशन राहुल’ : इलाज के लिए राहुल को लाया जाएगा अपोलो हॉस्पिटल, एक्टिव हुई मेडिकल टीम, CMHO भी पहुंचे

'ऑपरेशन राहुल' : इलाज के लिए राहुल को लाया जाएगा अपोलो हॉस्पिटल : 'Operation Rahul': Rahul will be brought to Apollo Hospital for treatment

‘ऑपरेशन राहुल’ : इलाज के लिए राहुल को लाया जाएगा अपोलो हॉस्पिटल, एक्टिव हुई मेडिकल टीम, CMHO भी पहुंचे
Modified Date: November 29, 2022 / 08:10 pm IST
Published Date: June 14, 2022 11:44 pm IST

जांजगीर चांपाः Janjgir Borewell Rescue : छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में फंसे राहुल को निकालने में जुटी रेस्क्यू टीम को बड़ी सफलता मिली है। 103 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम को राहुल की पहली झलक मिली है। अब उन्हें बाहर निकाला जा रहा है। इसी बीच अब एक बार फिर रेस्क्यू स्थल पर हलचल बढ़ गई है। मौके पर मौजूद पुलिस की टीम एक बार फिर एक्टिव हो गई है। बताया जा रहा है कि कभी भी राहुल को बाहर लेकर रेस्क्यू टीम निकल सकती है। बाहर लाने के बाद उन्हें यहां से सीधा अस्पताल ले जाया जाएगा। उनके लिए ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है।

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Janjgir Borewell Rescue : इधर बिलासपुर स्थित अपोलो हॉस्पिटल में प्रशासन की टीम एक्टिव हो गई है। यहां सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी प्रमोद महाजन भी अपोलो हॉस्पिटल पहुंचे है। उन्होंने राहुल के इलाज से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए है। मिली जानकारी के अनुसार अपोलो हॉस्पिटल  के आईसीयू रूम में उनके लिए बेड सुरक्षित कर लिया गया है।

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Janjgir Borewell Rescue राहुल साहू (10) का शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बाद से कुछ पता नहीं चला। जब घर के ही कुछ लोग बाड़ी की तरफ गए तो राहुल के रोने की आवाज आ रही थी। गड्‌ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि आवाज अंदर से आ रही है। बोरवेल का गड्‌ढा 80 फीट गहरा है। ये भी बताया गया है कि बच्चा मूक-बधिर है, मानसिक रूप से काफी कमजोर है। जिसके कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था। घर पर ही रहता था। पूरे गांव के लोग भी 2 दिन से उसी जगह पर टिके हुए हैं, जहां पर बच्चा गिरा है। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई 2 साल छोटा है। पिता की गांव में बर्तन की दुकान है।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।