खतरे में छत्तीसगढ़ के खजुराहो का अस्तित्व, मंदिर में जगह-जगह रिस रहा पानी, तीन साल बाद भी पुरातत्व विभाग के आदेश का नहीं हुआ अमल

खतरे में छत्तीसगढ़ के खजुराहो का अस्तित्व : The existence of Khajuraho of Chhattisgarh in danger

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  • Publish Date - August 5, 2022 / 11:22 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

कवर्धा में भोरमदेव मंदिर का अस्तित्व पुरातत्व विभाग की अनदेखी की वजह से खतरे में हैं। मंदिर में जगह-जगह पानी का रिसाव हो रहा है। इसे रोकने अब तक कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है।

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ग्यारहवीं शताब्दी में बना ये कवर्धा का भोरमदेव मंदिर है। दुर्लभ शिल्पकला और नागर शैली की कलाकृतियों का ये बेजोड़ नमूना है। पुरातत्व विभाग की अनदेखी की वजह से इसके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। मंदिर में जगह-जगह बारिश के पानी का रिसाव हो रहा है। तीन साल पहले पुरातत्व विभाग ने बढ़ती समस्या को देखते हुए गाइडलाइन जारी की थी। लेकिन इस पर अब तक अमल नहीं हो सका है।

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मंदिर के रखरखाव के लिए कैमिकल पॉलिश करने मंदिर के पास बड़े पेड़ को काटने और मंदिर के चारों ओर 5 फीट तक गहरा गड्ढा कर सीमेंट से मजबूती देने का दावा किया गया था। देखना होगा छत्तीसगढ़ के इस ऐतिहासिक विरासत को बचाने प्रशासन क्या कदम उठाती है।