इंदौर में बनाए गए सर्वाधिक मतदान केंद्र, EVM मशीन ले जाने वाले वाहनों को किया जाएगा जीपीएस से ट्रैक

इंदौर में बनाए गए सर्वाधिक मतदान केंद्र, EVM मशीन ले जाने वाले वाहनों को किया जाएगा जीपीएस से ट्रैक

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  • Publish Date - April 17, 2019 / 11:36 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:13 PM IST

इंदौर। जिले के कमिश्नर कार्यालय में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश व्ही.एल.कांताराव ने इंदौर संभाग के सभी कलेक्टर , पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ बैठक की। बैठक में जानकारी देते हुए कांताराव ने बताया कि एमपी ने सबसे ज्यादा वोटिंग बूथ इंदौर संभाग में बनाए गए हैं । जिनकी संख्या 11 हज़ार 82 है। साथ ही प्रेदश में सबसे ज्यादा संवेदनशील बूथ भी इंदौर संभाग में ही हैं, जिनकी संख्या 2 हज़ार 20 है । प्रदेश में सबसे ज्यादा केंद्रीय रिजर्व फ़ोर्स भी इंदौर संभाग को दिया गया है, जिसमें संभाग को 40 और इंदौर को 13 कंपनिया दी गई है । इस बार चुनाव परिणाम 4 घंटे देरी से आएंगे जिसका कारण हर राउंड में 5 बार अलग- अलग वीवीपैट से मिलान करने की वजह बताई गई है। इस बार सर्विस वोटर्स कि संख्या बढ़ाने के लिए सीमा पर पदस्थ या किसी भी क्षेत्र में वही के कमांडर को नोडल अधिकारी बनाया गया है जो ज्यादा से ज्यादा वोटिंग होना सुनिश्चित करेंगे।

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इस बार आयोग ये वीवीपैट लाने और ले जाने वालो वाहनों को भी जीपीएस से ट्रैक करेगा। इसके लिए 20 हज़ार वाहन ट्रैकिंग के लिए लगाए जाएंगे। इसके लिए टेंडर भी जारी किया जाएगा। पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में आयोग ने एमपी में नकदी, शराब में 14 करोड़ जप्त किये थे तो इस बार 30 करोड़ से भी ज्यादा की रक जब्त की गई है। आयकर विभाग के छापे को लेकर चुनाव अधिकारी ने कहा की ये छापा केंद्र कि एजेंसी ने मारा था जिसके बारे में उन्हें भी जानकारी नहीं थी, छापे के बाद आयोग को जानकरी दी गई थी।

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लोकसभा निर्वाचन-2019 की तैयारियों के संबंध में आयोजित इस बैठक में सचिव भारत निर्वाचन आयोग एस.बी.जोशी, अतिरिक्त मुख्य सचिव संदीप यादव, संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी, एडीजीपी वरूण कपूर, कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव मौजूद थे। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।