रानी लक्ष्मीबाई बलिदान मेला को लेकर सियासत शुरु, पवैया ने साधा कांग्रेस सरकार और मंत्रियों पर निशाना

रानी लक्ष्मीबाई बलिदान मेला को लेकर सियासत शुरु, पवैया ने साधा कांग्रेस सरकार और मंत्रियों पर निशाना

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  • Publish Date - June 15, 2019 / 04:05 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर हर साल आयोजित होने वाला रानी लक्ष्मीबाई बलिदान मेला को लेकर सियासत शुरू हो गई है। पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने राज्य की कांग्रेस सरकार और मंत्रियों पर निशाना साधा है। पवैया ने कहा कि रानी का बलिदान मेला न हो, इसके आदेश जारी किए जा रहे थे।

उन्होंने कहा कि उनमें अगर हिम्मत है तो मेला लगाएं, उसमें सुभद्रा कुमारी के नाट्य का मंचन करें। इस बार नाट्य मंचन हम करेंगे और पहले से भी ज्यादा भव्य करेंगे। पवैया ने कहा कि 200 कलाकार और ऊंट, घोड़ों के साथ मंचन होगा। बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल मुख्य अतिथि और अध्यक्षता शिवराज सिंह चौहान करेंगे। वीरांगना लक्ष्मीबाई मेला 18 जून को लगेगा।

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बता दें कि यह मेला पिछले 19 साल से वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान स्मारक समिति आयोजित कर रही है। इस समिति के संस्थापक पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया हैं। इस बार भी मेला यही समिति लगा रही है, लेकिन जब प्रदेश सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर वीरांगना लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर निरीक्षण करने पहुंचे। उसके बाद से इस मेला पर दोनों दलों की ओर से बयानबाजी जारी है।