Today is Bhanu Saptami.. Sun God worship will increase wealth

आज है भानु सप्तमी.. सूर्य देव की पूजा से बढ़ेगा धन, जानें पूजा विधि और ये जरूरी मंत्र

Today is Bhanu Saptami : इस सप्तमी को जो भी सूर्य देव की उपासना तथा व्रत करते हैं उनके सभी रोग ठीक हो जाते हैं

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : May 22, 2022/9:08 am IST

धर्म। Today is Bhanu Saptami  : भानु सप्तमी को हिन्दू मान्यताओं और ग्रंथों में बड़ा ही शुभ दिन माना गया है। ज्येष्ठा मास कृष्ण पक्ष सप्तमी को भानु सप्तमी नामक विशेष पर्व होता है। इस दिन भगवान सूर्यनारायण के निमित्त व्रत करते हुए उनकी उपासना करने से अत्यधिक पुण्य प्राप्त होता है। सूर्य को प्राचीन ग्रंथों में आरोग्यकारक माना गया है, इस दिन श्रद्धालुओं द्वारा भगवान सूर्य का व्रत रखा जाता है. सूर्य की रोशनी के बिना संसार में कुछ भी नहीं होगा. इस सप्तमी को जो भी सूर्य देव की उपासना तथा व्रत करते हैं उनके सभी रोग ठीक हो जाते हैं.

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Today is Bhanu Saptami : वर्तमान समय में भी सूर्य चिकित्सा का उपयोग आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में किया जाता है. सप्तमी को सुबह नियम के साथ स्नान करने से मनावांछित फल मिलता है। जो इस तिथि‍ को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके सूर्योदय की लालिमा के वक्त ही स्नान कर लेना चाहिए. इस मौके पर स्नान और अर्घ्यदान करने से आयु, आरोग्य व संपत्ति की प्राप्ति‍ होती है. शारीरिक कमजोरी, हड्डियों की कमजोरी या जोडो में दर्द जैसी परेशानियों में भगवान सूर्य की आराधना करने से रोग से मुक्ति मिलने की संभावना बनती है. पुत्र प्राप्ति के लिए भी इस व्रत का महत्व माना गया है. इस व्रत को श्रद्धा तथा विश्वास से रखने पर पिता-पुत्र में प्रेम बना रहता है.

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व्रत विधि
Today is Bhanu Saptami : ग्यारह हजार रश्मियों के साथ तपने वाले सूर्य रक्तवर्ण हैं। यह सूर्यनारायण के सातवें विग्रह हैं और ऐश्वर्य रूप से पूरी सृष्टि में निवास करते हैं। सम्पूर्ण ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान और वैराग्य, ये छह भग कहे जाते हैं। इन सबसे सम्पन्न को ही भगवान माना जाता है। अस्तु श्रीहरि भगवान विष्णु के नाम से जाने जाते हैं, विष्णवे नमः मंत्र से सूर्य की पूजा की जानी चाहिए। ताम्र के पात्र में शुद्ध जल भरकर तथा उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल रंग के फूल आदि डालकर सूर्यनारायण को अध्र्य देना चाहिए। एक समय बिना नमक का भोजन सूर्यास्त से करना चाहिए। भानु सप्तमी के दिन भगवान सूर्य की आराधना से दीर्घ आयु प्राप्त होती हैं और अकाल मृत्यु पर विजय मिलती हैं सभी दुखो का नाश होता हैं
-सूर्य देव की अर्चना करने से सदैव स्वस्थ रहते हैं।
– रोज भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से बुद्धि का विकास होता हैं। मानसिक शांति मिलती हैं।
– भानु सप्तमी के दिन सूर्य की पूजा करने से स्मरण शक्ति बढ़ती हैं।

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– इस एक दिन की पूजा से ब्राह्मण सेवा का फल मिलता है ..
– इस दिन दान का भी महत्व होता है ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है अच्छे स्वास्थ के लिए, लम्बी आयु के लिए, अपना यश बढ़ाने के लिए अकाल मृत्यु पर विजय पानेके लिए आज करें भगवान् सूर्य देव का व्रत।
प्रातः काल स्नान करके एक लोटे में शुद्ध जल ले उसमे थोडा गंगाजल, थोडा गाय का कच्चा दूध, कुछ साबुत चावल, फूल, थोडा शहद मिला कर सूर्य देव को अर्घ दे और सूर्य के किसी भी मंत्र का जाप करें.
ऊँ घृणि सूर्याय नमः, ऊँ सूर्याय नमः, नमस्ते रुद्ररूपाय रसानां पतये नमः। वरुणाय नमस्तेस्तु।’

 

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