एएफएमसी पुणे के 58वें बैच के 112 मेडिकल स्नातकों को सशस्त्र बलों में शामिल किया गया

एएफएमसी पुणे के 58वें बैच के 112 मेडिकल स्नातकों को सशस्त्र बलों में शामिल किया गया

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  • Publish Date - April 25, 2024 / 04:44 PM IST,
    Updated On - April 25, 2024 / 04:44 PM IST

नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) पुणे स्थित सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) के 58वें बैच के 112 मेडिकल स्नातकों को सशस्त्र बलों में शामिल किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में नियुक्त इन 112 कैडेटों में से 87 पुरुष कैडेट और 25 महिला कैडेट हैं। उनमें से 81 को थल सेना में, 10 को नौसेना में और 14 को भारतीय वायु सेना में नियुक्त किया गया।

मंत्रालय ने बताया, ”पुणे स्थित सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज के 58वें बैच के 112 मेडिकल स्नातकों को 25 अप्रैल को कैप्टन देवाशीष शर्मा, कीर्ति चक्र परेड ग्राउंड पर आयोजित समारोह में भारतीय सशस्त्र बलों में नियुक्त किया गया।”

सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के महानिदेशक (डीजीएएफएमएस) और सेना चिकित्सा कोर के वरिष्ठ कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह समारोह के मुख्य अतिथि थे।

बयान में बताया गया कि डीजीएएफएमएस ने मेडिकल कैडेट (अब लेफ्टिनेंट) सुशील कुमार सिंह की कमान वाली परेड का निरीक्षण किया।

नवनियुक्त अधिकारियों को बधाई देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने उनसे अत्यंत समर्पण के साथ देश और सशस्त्र बलों की सेवा करने का आह्वान किया और उनके उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की कामना की।

इसमें कहा गया, ”एएफएमसी के 58वें बैच के कैडेट ने एमयूएचएस शीतकालीन 2023 परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन किया और मित्र देशों के पांच कैडेटों सहित कुल 147 कैडेट स्नातक हुए।”

इसके बाद अकादमिक पुरस्कार प्रस्तुति समारोह का भी आयोजन किया गया।

राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक और कलिंगा ट्रॉफी कॉलेज के दो सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं।

बयान में बताया गया कि इस साल राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक फ्लाइंग ऑफिसर आयुष जायसवाल और कलिंगा ट्रॉफी सर्जन सब लेफ्टिनेंट बानी कौर को प्रदान किया गया।

भाषा

प्रीति अविनाश

अविनाश