अहमदाबाद, 29 अप्रैल (भाषा) गुजरात में लोकसभा चुनाव के 266 उम्मीदवारों में से 36 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और उनमें से कुछ पर हत्या के प्रयास तथा डकैती के आरोप भी हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
एडीआर ने उम्मीदवारों की ओर से दायर किए गए नामांकन पत्र और शपथ पत्र में दी गयी जानकारियों के विश्लेषण के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है।
गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 25 सीट पर सात मई को मतदान होगा। सूरत सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है।
एडीआर की गुजरात समन्वयक पंक्ति जोग ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘शपथपत्र में दी गयी जानकारी के अनुसार 266 उम्मीदवारों में से 36 या 14 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनमें से 21 यानी आठ फीसदी के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।’’
उन्होंने बताया कि गंभीर आपराधिक मामले वे हैं जिनमें अधिकतम पांच साल या उससे अधिक की सजा हो सकती है। यह मामले गैर-जमानती होते हैं, जो हत्या, दुष्कर्म, अपहरण, रिश्वतखोरी, हमला, राजकोष को नुकसान पहुंचाना, महिलाओं के खिलाफ अपराध, अभद्र भाषा के इस्तेमाल और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध से संबंधित हैं।
एडीआर के आंकड़ों के अनुसार प्रमुख दलों में, 25 भाजपा उम्मीदवारों में से चार या 15 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जिनमें से दो गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के एडीआर विश्लेषण से पता चला है कि कांग्रेस के 23 उम्मीदवारों में से छह या 26 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले है, जिनमें से तीन पर गंभीर आरोप हैं।
आदिवासी नेता अनंत पटेल और दिलीप वसावा, जो क्रमशः वलसाड और भरूच सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, हत्या के प्रयास के आरोप में मामलों का सामना कर रहे हैं। पटेल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जबकि वसावा भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार हैं।
भरूच सीट से चुनाव लड़ रहे आम आदमी पार्टी उम्मीदवार चैतर वसावा और निर्दलीय उम्मीदवार इस्माइल पटेल, दोनों के खिलाफ सबसे अधिक 13-13 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भाषा रवि कांत अविनाश
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