क्षेत्रीय दलों की कांग्रेस के साथ विलय की संभावना संबंधी पवार की टिप्पणी को ‘आप’, भाकपा ने निजी राय बताया

क्षेत्रीय दलों की कांग्रेस के साथ विलय की संभावना संबंधी पवार की टिप्पणी को ‘आप’, भाकपा ने निजी राय बताया

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  • Publish Date - May 8, 2024 / 10:30 PM IST,
    Updated On - May 8, 2024 / 10:30 PM IST

नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने बुधवार को अपनी सहयोगी राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार की उस टिप्पणी को निजी आकलन करार दिया कि कुछ क्षेत्रीय दल भविष्य में कांग्रेस के साथ जुड़ सकते हैं या विलय कर सकते हैं।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों ने शरद पवार की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि उनका बयान उनकी “राजनीतिक कमजोरी” का प्रतिबिंब है और ऐसा लगता है कि वह महाराष्ट्र में बारामती लोकसभा सीट हार रहे हैं।

शरद पवार की बेटी और बारामती की मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले और भतीजे अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को उस निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया था। यहां सात मई को मतदान हुआ था।

आम आदमी पार्टी (आप) नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि यह शरद पवार का अपना आकलन है।

उन्होंने कहा, “यह उनका अपना आकलन हो सकता है, हो सकता है कि उनके पास कुछ जानकारी हो।”

एक अंग्रेजी दैनिक को दिए साक्षात्कार में, शरद पवार ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में, कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ अधिक निकटता से जुड़ेंगे या उसके साथ विलय के विकल्प पर विचार कर सकते हैं।

भाकपा नेता डी. राजा ने शरद पवार की इस टिप्पणी को खारिज कर दिया कि क्षेत्रीय दलों का कांग्रेस में विलय हो सकता है।

राजा ने कहा, “यह सच है कि पवार ने उभरती राजनीतिक स्थिति और चुनाव के बाद की स्थिति के बारे में अवलोकन किया है। एक बात बिल्कुल स्पष्ट होनी चाहिए, जब से हम स्वतंत्र हुए हैं और हमारे पास संविधान है, भारत एक बहुदलीय लोकतंत्र बना हुआ है, यह दो-दलीय प्रणाली नहीं है।”

उन्होंने कहा, “क्षेत्रीय दल केंद्र सरकार की नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे केंद्र सरकार का हिस्सा बनकर शासन में भाग लेते हैं। कई क्षेत्रीय पार्टियां हैं। हमें उम्मीद है कि चुनाव खत्म होने के बाद लोग सरकार बनाने के लिए अपना फैसला सुनाएंगे… कांग्रेस के भूमिका निभाने की उम्मीद है, साथ ही कई क्षेत्रीय दल भी हैं जो अपनी भूमिका निभाएंगे।”

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने शरद पवार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद वह अपनी इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया, “शायद शरद पवार जी अपनी इच्छा व्यक्त कर रहे थे। कई साल पहले, कई बार, उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने की कोशिश की, लेकिन मामला उनकी बेटी पर अटक जाता, वह चाहते थे कि वह महाराष्ट्र का नेतृत्व करें।”

निरुपम ने कहा, “ऐसा लगता है कि उन्हें लगता है कि वह बारामती से हार रहे हैं और इसलिए वह अपनी बेटी को फिर से स्थापित करने के लिए अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करना चाहते हैं…लेकिन कांग्रेस उनकी शर्तों को स्वीकार नहीं कर सकती है…।”

भाषा

प्रशांत माधव देवेंद्र

देवेंद्र