इस्तीफे के बाद भाजपा नेताओं का उद्धव ठाकरे पर तंज, कहा: कर्म किसी को नहीं छोड़ता |

इस्तीफे के बाद भाजपा नेताओं का उद्धव ठाकरे पर तंज, कहा: कर्म किसी को नहीं छोड़ता

इस्तीफे के बाद भाजपा नेताओं का उद्धव ठाकरे पर तंज, कहा: कर्म किसी को नहीं छोड़ता

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:58 PM IST, Published Date : June 29, 2022/11:21 pm IST

नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद उन पर तंज कसा और इसके लिए उन्होंने उन्हें उनके ‘‘कर्मों’’ तथा शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत की याद दिलाई।

ठाकरे ने उनके नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को बृहस्पतिवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दिए गए निर्देश पर रोक लगाने से उच्चतम न्यायालय के इनकार के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की।

भाजपा महासचिव व महाराष्ट्र के प्रभारी सी टी रवि ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कर्म किसी को भी नहीं छोड़ता है।’’

इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने पालघर हिंसा से जुड़ी एक तस्वीर भी साझा की।

रवि ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने की उद्धव ठाकरे की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। वह उसी दिन समझ गए थे कि उन्होंने बहुमत खो दिया है जब शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने हिन्दुत्व से धोखा करने के लिए विद्रोह कर दिया था। उनके कार्यकाल ने साबित कर दिया है कि अवसरवादी गठबंधन नहीं टिकता है।’’

उन्होंने इसे महाराष्ट्र और छत्रपति शिवाजी महाराज की जीत बताया।

भाजपा सचिव व पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बालासाहेब ठाकरे ऐसे व्यक्ति थे जो सत्ता में न रहते हुए भी सरकारों को नियंत्रित कर सकते थे। वहीं, दूसरी तरफ उनके पुत्र अपनी ही पार्टी पर नियंत्रण नहीं रख सके, वह भी सत्ता में रहते हुए।’’

ठाकरे के इस्तीफे के बाद अब भाजपा शिवसेना के बागियों के समर्थन से राज्य में सरकार बना सकती है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकते हैं।

वर्तमान विधानसभा में भाजपा के पास कुल 106 विधायक हैं। शिवसेना के बागियों और साथ ही कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। सरकार बनाने के लिए 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 144 विधायकों का समर्थन ज़रूरी है।

भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)