प्रोफेसरों को घेराव करने के आरोप में आंदोलनरत छात्रों को गिरफ्तार किया गया |

प्रोफेसरों को घेराव करने के आरोप में आंदोलनरत छात्रों को गिरफ्तार किया गया

प्रोफेसरों को घेराव करने के आरोप में आंदोलनरत छात्रों को गिरफ्तार किया गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : October 1, 2022/11:06 pm IST

प्रयागराज, एक अक्टूबर (भाषा) इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलनरत छात्रों ने शनिवार दोपहर को कथित तौर पर एफ आर सी बिल्डिंग में घुसकर हंगामा किया और वहां प्रोफेसर मनमोहन कृष्ण और प्रोफेसर आशीष सक्सेना का कथित तौर पर घेराव किया जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।

फीस वृद्धि के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे छात्र अजय यादव सम्राट ने हालांकि दावा किया कि छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन वहां उन्हें एक कमरे में बैठा दिया गया और पुलिस बुलाकर उन्हें गिरफ्तार करा दिया गया।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी जया कपूर ने बताया कि आंदोलनकारी छात्र आज दोपहर एफ आर सी की बिल्डिंग में घुस गये और उन्होंने वहां हंगामा किया। कपूर के अनुसार इन छात्रों ने प्रो. मनमोहन कृष्ण और प्रो. आशीष सक्सेना का कई घंटे तक घेराव करके रखा।

पुलिस अधीक्षक (नगर) संतोष कुमार मीणा ने बताया कि दोपहर में छात्रों द्वारा एफआरसी (फैकल्टी रिक्रूटमेंट सेल) में घुसकर हंगामा किया गया और मार्ग अवरुद्ध कर दो प्रोफेसरों का घेराव किया गया। मीणा के मुताबिक पुलिस ने करीब एक दर्जन छात्रों को गिरफ्तार किया है।

पहले कर्नलगंज थाने के एसएचओ राममोहन राय ने बताया था कि छात्रों ने दो प्रोफ़ेसर को बंधक बना लिया था, इसलिए करीब एक दर्जन छात्रों को हिरासत में लिया गया है ।

कपूर ने कहा कि घेराव के दौरान उन्होंने प्रवेश समिति को भी फ़ोन पर धमकी दी कि यदि फीस वृद्धि वापस नही की जाती और प्रवेश प्रक्रिया चलती है तो प्रवेश समिति का भी घेराव किया जाएगा। उनके अनुसार लगभग चार बजे पुलिस की मदद से दोनों प्रोफेसरों को इन छात्रों से छुड़ाया गया।

छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन एक तरफ वार्ता करने का रास्ता खोलता है तो दूसरी तरफ प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर देता है। उन्होंने कहा कि जब छात्र वार्ता के लिए जाते हैं तो उनको पुलिस प्रशासन द्वारा बर्बरता पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने कहा कि अगर फीस वृद्धि वापस नहीं हुई तो विश्वविद्यालय में जो भी घटना घटेगी उसकी जिम्मेदारी कुलपति, रजिस्ट्रार, डीएसडब्ल्यू, कुलानुशासक, और प्रोफेसर मनमोहन कृष्णा की होगी।

यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छात्रों में हरेंद्र यादव, राहुल पटेल, सुधीर यादव, संदीप वर्मा, चंद्रशेखर अधिकारी, विनोद पटेल, यशवंत, अजय पांडेय, अनुराग, आनंद, राहुल सरोज, मनजीत पटेल, अमित पांडेय शामिल हैं।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र पिछले 25 दिनों से फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर की शिक्षा की फीस प्रति छात्र 975 रुपये प्रतिवर्ष थी जिसे हाल ही में 300 प्रतिशत से अधिक बढ़ाकर 4,151 रुपये प्रति वर्ष कर दिया गया है।

भाषा राजेंद्र राजकुमार

राजकुमार

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)