रोग निगरानी कार्यक्रम में एआई का उपयोग किया जाएगा: सरकार

रोग निगरानी कार्यक्रम में एआई का उपयोग किया जाएगा: सरकार

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  • Publish Date - December 5, 2025 / 08:06 PM IST,
    Updated On - December 5, 2025 / 08:06 PM IST

नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने शुक्रवार को संसद को बताया कि संक्रामक रोगों के संभावित प्रकोपों ​​के समय पर प्रबंधन के लिए चेतावनी जारी करने के उद्देश्य से एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम अप्रैल 2022 से कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कर रहा है।

जाधव ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य संक्रामक रोगों के प्रकोप की निगरानी और प्रतिक्रिया करना है।

जाधव ने कहा कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) अप्रैल 2022 से एआई ‘टूल’ का उपयोग कर रहा है, ताकि प्रारंभिक संकेतों का पता लगाया जा सके और संभावित प्रकोपों ​​के समय पर प्रबंधन के लिए चेतावनी जारी की जा सके।

एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (आईएचआईपी) एक कागज रहित, मामला-आधारित प्रणाली है जिसे राष्ट्रीय रोग निगरानी को मजबूत करने के लिए 2021 में शुरू किया गया था।

जाधव ने बताया कि सभी 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश आईएचआईपी के माध्यम से संपर्क करते हैं, जो जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जन-स्वास्थ्य निगरानी के लिए एक एकीकृत मंच है।

भाषा सुभाष अविनाश

अविनाश