एयरलाइन क्षेत्र में ‘एकाधिकार’ बना रहने तक हवाई किराये की सीमा लागू रहनी चाहिए : चिदंबरम

एयरलाइन क्षेत्र में ‘एकाधिकार’ बना रहने तक हवाई किराये की सीमा लागू रहनी चाहिए : चिदंबरम

एयरलाइन क्षेत्र में ‘एकाधिकार’ बना रहने तक हवाई किराये की सीमा लागू रहनी चाहिए : चिदंबरम
Modified Date: December 7, 2025 / 05:35 pm IST
Published Date: December 7, 2025 5:35 pm IST

नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान के मद्देनजर सरकार द्वारा हवाई किराए की सीमा तय किए जाने के बीच कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को कहा कि नागर विमानन मंत्रालय आखिरकार जाग गया है, और उन्होंने मांग की कि एयरलाइन क्षेत्र में एकाधिकार बना रहने तक इस तरह की मूल्य नियंत्रण व्यवस्था लागू रहनी चाहिए।

‘इंडिगो’ के परिचालन में व्यवधान के कारण पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों उड़ानें रद्द और विलंबित हुईं, जिससे देश भर में हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि नागर विमानन मंत्रालय आखिरकार जाग गया है और उसने इकोनॉमी क्लास के किराये की सीमा तय कर दी है।’’

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उन्होंने कहा कि एयरलाइन क्षेत्र में एकाधिकार बना रहने तक, इकोनॉमी क्लास में किराया सीमा लागू रहनी चाहिए।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कड़ी प्रतिस्पर्धा के अभाव में, जनहित की रक्षा का एकमात्र उपाय कीमतों पर नियंत्रण है।’’

इससे पहले, उन्होंने कहा था कि इंडिगो के परिचालन में व्यवधान और देश भर के हवाई अड्डों पर ‘‘अराजक माहौल’’ इंडिगो प्रबंधन, नागर विमानन मंत्रालय, डीजीसीए और पूरी सरकार की भारी विफलता को दर्शाती है।

यह उल्लेख करते हुए कि पायलट ड्यूटी समय से जुड़े नये नियम जनवरी 2024 में अधिसूचित किए गए थे, चिदंबरम ने कहा, ‘‘फिर भी पिछले 23 महीनों में, सरकार एयरलाइन को उसके संचालन को नए नियमों के अनुरूप ढालने में विफल रही। नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) पूरी तरह से इसके लिए जिम्मेदार हैं।’’

भाषा शफीक दिलीप

दिलीप


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