म्यांमा में बंधक बनाये गए भारतीयों के रिहा कराने के हर संभव प्रयास जारी : विदेश मंत्रालय |

म्यांमा में बंधक बनाये गए भारतीयों के रिहा कराने के हर संभव प्रयास जारी : विदेश मंत्रालय

म्यांमा में बंधक बनाये गए भारतीयों के रिहा कराने के हर संभव प्रयास जारी : विदेश मंत्रालय

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:01 PM IST, Published Date : September 22, 2022/7:30 pm IST

नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि म्यांमा में ‘अवैध रूप से बंधक’ बनाए गए 32 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और शेष लोगों को रिहा कराने के हर संभव प्रयास जारी हैं ।

मंत्रालय ने साथ ही भारतीय नागरिकों को नौकरी को लेकर लुभाने वाली ऐसी कंपनियों से सचेत रहने का भी सुझाव दिया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक दक्षिण पूर्वी म्यामां के म्यावाड्डी क्षेत्र में बंधक बनाये गए भारतीयों का सवाल है, हम इस बात से अवगत हैं कि थाईलैंड में आईटी कंपनियां रोजगार के लिये भारतीय श्रमिकों की भर्ती करती हैं और जिन्हें म्यांमा ले जाया जाता है।’’

उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ के अवैध रूप से जाने की भी खबरें आती हैं ।

उन्होंने कहा कि म्यांमा में फंसे भरतीयों को लेकर मदद का पूरा प्रयास हो रहा है तथा उनसे सम्पर्क बनाये रखा गया है।

बागची ने कहा, ‘‘ हमारे प्रयासों से कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अभी तक 32 लोग बाहर आ गए हैं । ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सहायता करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं, साथ ही भारतीय नागरिकों को नौकरी को लेकर लुभाने वाली कंपनियों से सचेत रहना चाहिए ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘म्यांमा और थाईलैंड में हमारे मिशन ने परामर्श जारी किया है और हम उनसे सम्पर्क बनाये हुए हैं ।’’

गौरतलब है कि म्यांमा में भारतीय दूतावास ने दो दिन पहले ही बताया था कि सुरक्षा चुनौतियों तथा अन्य कानूनी एवं आवागमन से जुड़ी समस्याओं के बावजूद म्यांमा में ‘अवैध रूप से बंधक’ बनाए गए भारतीयों में से कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। शेष को रिहा कराने के लिये सभी संभव प्रयास किये जा रहे है।

भारतीय दूतावास का यह बयान ऐसे समय में आया था जब 300 भारतीयों को म्यांमा में एक गिरोह द्वारा बंधक बनाये जाने की खबरें आई है जिसमें अनेक लोग तमिलनाडु से हैं ।

विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बुधवार को ट्वीट कर बताया था कि उन्होंने राजदूत विनय कुमार से म्यांमा में भारतीयों के बंधक बनाये जाने के बारे में बात की ।

उन्होंने बताया था, ‘‘ राजदूत ने घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी और बताया कि सभी भारतीयों को जल्द से जल्द रिहा कराने को लेकर सभी प्रयास किये जा रहे हैं । मिशन इस मामले पर करीबी नजर रखे हुए है। ’’

इस बीच, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने म्यांमा में ‘अवैध रूप से बंधक’ बनाए गए भारतीयों को बचाने एवं वापस लाने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि इन भारतीयों से जबरन अवैध कार्य कराए जा रहे हैं।

स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा था कि राज्य सरकार को करीब 50 तमिलों सहित करीब 300 भारतीयों के म्यांमा में फंसे होने की सूचना मिली है, जो बहुत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा था कि, ‘‘जानकारी मिली है कि वे शुरुआत में निजी भर्ती एजेंसी के जरिये आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) क्षेत्र संबंधी नौकरी के लिए थाईलैंड गए थे। अब समझा जाता है कि गैरकानूनी ऑनलाइन नौकरी कराने के लिए उन्हें जबरन थाईलैंड से म्यांमा लाया गया है। काम करने से इनकार करने पर नियोक्ताओं द्वारा उनके साथ मारपीट की जा रही है।’’

स्टालिन ने कहा था कि राज्य सरकार ऐसे 17 तमिलों के संपर्क में है जो ‘‘उन्हें बचाने के लिए सरकार की मदद का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।’’

भाषा दीपक दीपक माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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