चंडीगढ़, चार फरवरी (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को दावा किया कि ऊर्जा और परिवहन मंत्री अनिल विज उनसे नाराज नहीं हैं। सैनी ने कहा कि विज पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार है।
सैनी की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब विज पिछले कुछ दिनों से लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं।
विज ने पूर्व में दावा किया था कि 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में अंबाला कैंट सीट से उन्हें हराने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। विज ने यह भी आरोप लगाया था कि उन्हें आशंका है कि एक बड़े नेता के इशारे पर पिछले साल विधानसभा चुनावों में उन्हें हराने की कोशिश की गई थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या विज नाराज हैं, सैनी ने कहा कि कोई ‘नाराजगी’ नहीं है। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में सैनी ने कहा, ‘‘हम मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में साथ थे। हमने एक विभाग की समीक्षा बैठक भी की।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं। कोई नाराजगी नहीं है… उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार है।’’
विज ने कहा है कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर सैनी ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है। सभी अधिकारी उनकी बात मानते हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हर किसी की जिम्मेदारी होती है। मेरी भी है और अधिकारियों की भी है।’’
सात बार के विधायक विज ने सोमवार को कुछ तस्वीरें साझा करते हुए दावा किया था कि मुख्यमंत्री सैनी के एक ‘मित्र’ के साथ देखे गए ‘कार्यकर्ता’ एक निर्दलीय उम्मीदवार के साथ भी देखे गए, जिसे उन्होंने पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों में हराया था।
विज अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को हराकर विधायक बने थे। उन्होंने 31 जनवरी को कहा था कि उन्हें चुनाव में हराने की कोशिश करने वाले अधिकारियों सहित अन्य लोगों का मुद्दा सार्वजनिक रूप से उठाए हुए 100 दिन से अधिक समय हो गया है, लेकिन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
विज ने सैनी पर कटाक्ष करते हुए कहा था, ‘‘पदभार संभालने के दिन से ही वह (सैनी) उड़नखटोला (हेलीकॉप्टर) पर सवार हैं। अगर वह नीचे उतरें, तो उन्हें लोगों की पीड़ा दिखाई देगी।’’
रविवार को रोहतक में पत्रकारों से बातचीत में विज ने कहा था, ‘‘मुझसे सब कुछ छीना जा सकता है, लेकिन मेरी वरिष्ठता नहीं छीनी जा सकती। मैं सात बार का विधायक हूं।’’
विज ने 30 जनवरी को अधिकारियों द्वारा उनके आदेशों का पालन नहीं करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी और कहा था कि अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की खातिर वह किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तरह आमरण अनशन पर जाने के लिए तैयार हैं।
हरियाणा में 2014 में जब पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आई थी, तब विज और राम बिलास शर्मा जैसे भाजपा नेताओं को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन, पार्टी ने उस समय पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बनाया।
मार्च 2024 में विज ने असंतोष करते हुए कहा था कि जब भाजपा ने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री पद से हटाने और नायब सिंह सैनी को लाने का फैसला किया, तो उनसे परामर्श नहीं किया गया।
विज ने दावा किया था कि उन्हें इस बदलाव के बारे में चंडीगढ़ में भाजपा विधायकों की बैठक के दौरान ही पता चला, जब सैनी के नाम की घोषणा की गई।
भाषा आशीष पारुल
पारुल
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)