देहरादून, एक अक्टूबर (भाषा) अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तीन मुख्य आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शिनिस्ट काम करने वाली अंकिता की रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में धकेल कर कथित रूप से हत्या कर दी थी। अंकिता ने रिजॉर्ट के वीआईपी ग्राहकों को ‘अतिरिक्त सेवा’ देने से इंकार कर दिया था। आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि घटनाओं के क्रम को स्थापित करने के लिए तीनों को अपराध स्थल पर भी ले जाया जा सकता है।
संपर्क किए जाने के बावजूद राजस्व पुलिस उपनिरीक्षक वैभव प्रताप सिंह द्वारा मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करने के आरोप में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित किया गया है। सिंह से भी पूछताछ की जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा जांच टीम ने अंकिता की उस दोस्त का बयान भी दर्ज किया है, जिससे उसकी हत्या वाले दिन बातचीत हुई थी।
एसआईटी ने मामले की जांच में तेजी लाने के लिए पांच टीम का गठन किया है।
अधिकारी ने बताया कि उस चीला नहर से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है जिसमें अंकिता को कथित तौर पर फेंका गया था। उन्होंने बताया कि फोन फॉरेंसिक टीम को सौंप दिया गया है।
भाषा
देवेंद्र पवनेश
पवनेश
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