उड्डयन क्षेत्र के कर्मियों को भी प्राथमिकता में लगे टीके: नागर विमानन मंत्रालय

उड्डयन क्षेत्र के कर्मियों को भी प्राथमिकता में लगे टीके: नागर विमानन मंत्रालय

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  • Publish Date - January 24, 2021 / 07:46 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

(दीपक पटेल)

नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) नागर विमानन मंत्रालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा है कि देश में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाने के बाद कोविड-19 महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई लड़ रहे उड्डयन क्षेत्र के कर्मियों को प्राथमिकता देते हुए टीके लगाए जाएं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पिछले साल 28 दिसंबर को जारी दिशानिर्देशों के अनुसार शुरू में करीब 30 करोड़ भारतीय लोगों को टीके लगेंगे, जिनमें तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई लड़ने वाले कर्मी हैं और करीब 27 करोड़ वैसे लोग हैं, जिनकी आयु 50 साल से ज्यादा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 28 दिसंबर को जारी दिशा निर्देशों में अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई लड़ने वालों में उड्डयन क्षेत्र के कर्मचारी शामिल नहीं हैं जबकि सशस्त्र बलों, जेल के कर्मी और नगर निगम के कर्मी समेत अन्य शामिल हैं।

नागर विमानन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने 20 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्रालय के अपने समकक्ष राजेश भूषण को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ आप मेरी इस बात से सहमत होंगे कि विमान चालक दल के सदस्य, इंजीनियर, तकनीकी कर्मचारी, ग्राउंड कर्मी और उड्डयन क्षेत्र में अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मी हवाई यातायात को सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तल्लीनता से अपना काम करते हैं और इस दौरान जोखिम का सामना करते हैं।’’

हाल ही में एयरलाइन और हवाईअड्डों ने नागर विमानन मंत्रालय से संपर्क किया और स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगने के बाद प्राथमिकता देते हुए अपने कर्मचारियों को टीके लगाने पर जोर दिया। खरोला ने इसका जिक्र पत्र में किया है। पीटीआई-भाषा के पास इस पत्र की प्रति है।

खरोला ने कहा कि अगर यह आग्रह स्वीकार किया जाता है तो मंत्रालय कर्मियों को टीका लगाने के लिए इनकी गिनती के संबंध में समन्वय करने को तैयार है।

भाषा स्नेहा प्रशांत

प्रशांत