बंगाल: नौकरी गंवा चुके शिक्षकों ने किया प्रदर्शन,एसएससी प्रमुख बोले-पात्र अभ्यर्थियों की मदद करेंगे

बंगाल: नौकरी गंवा चुके शिक्षकों ने किया प्रदर्शन,एसएससी प्रमुख बोले-पात्र अभ्यर्थियों की मदद करेंगे

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  • Publish Date - May 3, 2024 / 08:49 PM IST,
    Updated On - May 3, 2024 / 08:49 PM IST

कोलकाता, तीन मई (भाषा) कलकत्ता उच्च न्यायालय के हाल के एक फैसले से अपनी नौकरी गंवा चुके करीब 1000 युवा शिक्षकों ने अपना रोष प्रकट करने के लिए शुक्रवार को यहां पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।

इन शिक्षकों ने कहा कि वे उन 26000 अभ्यर्थियों का हिस्सा हैं जिन्होंने एसएससी 2016 की परीक्षा दी लेकिन उच्च न्यायालय ने हाल में उस भर्ती प्रक्रिया को अमान्य करार दी।

यहां करूणामयी इलाके में आरएएफ और विधाननगर पुलिस आयुक्त कार्यालय के पुलिसकर्मियों ने आयोग के मुख्यालय के पास प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सड़क पर रूकावट पैदा करने को लेकर करीब 100 प्रदर्शनकारियों को कुछ देर के लिए हिरासत में लिया गया।

एसएससी अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों के करीब 10 प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें आयोग के सामने पेश आ रही कानूनी बाध्यता के बारे में विस्तार से बताया।

मजूमदार ने पात्र अभ्यर्थियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और कहा कि उनकी मदद के लिए कानूनी संरचना के तहत जो भी संभव होगा, आयोग करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने उनसे कहा कि हमें पात्र अभ्यर्थियों से सहानुभूति है। उनकी मदद के लिए कानूनी संरचना के तहत जो भी संभव होगा, आयोग जरूर करेगा।’’

हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि आयोग के कदम बंधे हैं क्योंकि मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।

उत्तर पुस्तिकाओं को सार्वजनिक करने की मांग के संबंध में पूछे जाने पर मजूमदार ने स्पष्ट किया कि आयोग उम्मीदवारों के परिणामों को भी उजागर नहीं कर सकता है क्योंकि पूरा मुद्दा अदालत में विचाराधीन है।

एसएससी ने पहले कहा था कि करीब 20000 अभ्यर्थियों के परिणाम संदिग्ध नहीं हैं, 5000 से अधिक परिणामों में विसंगति है । उसने कहा था कि वह पहले भी यह बात अदालत के संज्ञान में ला चुका है।

भाषा

राजकुमार पवनेश

पवनेश