भारत जोड़ो यात्रा ने देश में ‘विमर्श बदला’ है : राहुल |

भारत जोड़ो यात्रा ने देश में ‘विमर्श बदला’ है : राहुल

भारत जोड़ो यात्रा ने देश में ‘विमर्श बदला’ है : राहुल

:   Modified Date:  January 24, 2023 / 09:47 PM IST, Published Date : January 24, 2023/9:47 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

जम्मू, 24 जनवरी (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ देश में “विमर्श बदलने” में सफल रही है और नफरत की निंदा करने व प्यार का संदेश फैलाने के लिए करोड़ों लोगों को एक साथ लेकर आई।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस ने देश में नफरत का माहौल बनाया है और कहा कि लोगों को दबाना या डराना सच्चाई को सामने आने से नहीं रोक सकता।

गांधी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यात्रा ने कुछ मौलिक, बहुत शक्तिशाली हासिल किया है और यात्रा ने जो किया है उसे बदला नहीं जा सकता है। इसने दिखाया है कि भारत के दो दर्शन हैं, एक नफरत से भरा, अहंकारी और कायर है और दूसरा प्यार से भरा, गले लगाने वाला और बहादुर है। इसने (यात्रा ने) इन दोनों नजरियों को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है।”

गांधी द्वारा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू की गई भारत जोड़ो यात्रा ने मंगलवार को 130वां दिन पूरा किया और जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुई, जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष 30 जनवरी को यात्रा के समापन पर श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में तिरंगा फहराएंगे।

गांधी ने कहा, “लाखों लोग इस यात्रा के समर्थन में आए, जिसने देश में विमर्श को बदल दिया है। मौलिक तथ्य यह है कि यात्रा सफल रही है और उसने भारत को एकजुट किया तथा दिखाया कि भारतीय लोग प्यार व स्नेह में बेहद विश्वास करते हैं।”

उन्होंने कहा कि यात्रा का एकमात्र उद्देश्य “देश भर में भाजपा और आरएसएस द्वारा बनाए गए नफरत” के माहौल के खिलाफ लोगों को एकजुट करना है।

उन्होंने कहा, “हमारी यात्रा अच्छी रही जो अगले कुछ दिनों में संपन्न होने वाली है। हमनें इससे काफी कुछ सीखा।”

बीबीसी के विवादास्पद वृत्तचित्र ‘‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’’ पर कांग्रेस नेता ने हिंदू धार्मिक ग्रंथों को उदधृत किया और कहा कि सच को छिपाया नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप हमारे वेदों को पढ़ेंगे, भगवद् गीता या उपनिषदों को पढ़ेंगे तो आप देखेंगे कि वहां लिखा है कि सच को छिपाया नहीं जा सकता। सत्य हमेशा सामने आता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए आप प्रेस पर पाबंदी लगा सकते हैं, उसे दबा सकते हैं, आप संस्थानों को नियंत्रित कर सकते हैं, आप सीबीआई, ईडी आदि सब का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन सच तो सच है। सच अलग चमकता है। इसलिए किसी पाबंदी, दमन और लोगों को धमकाने से सच सामने आने से नहीं रुकेगा।’’

जब उनसे राजनाथ सिंह के हालिया बयान के बारे में पूछा गया कि सत्ता पाने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि बिगाड़ने के लिये राहुल नफरत फैला रहे हैं तो उन्होंने कहा कि उनके दिल में नफरत नहीं भरी है।

उन्होंने कहा, “मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि देश भर में लोगों को एकजुट करने वाली पदयात्रा कैसे भारत के हितों को नुकसान पहुंचा रही है। मैं देख सकता हूं कि राजनाथ सिंह की पार्टी किस तरह से नफरत और हिंसा फैला रही है, समुदायों, जातियों और लिंगों को नुकसान पहुंचा रही है और देश को बदनाम कर रही है।”

वहीं नगरोटा के छावनी इलाके से भारत जोड़ो यात्रा के गुजरने के दौरान कांग्रेस नेता ने कुछ सैन्य कर्मियों से हाथ मिलाया जो अपने शिविर की चारदीवारी के पीछे से इस पदयात्रा को देख रहे थे।

दीवार पर कंटीले तार के बावजूद राहुल सैनिकों तक पहुंचे। यह तब हुआ जब एक दिन पहले ही उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा सीमा पार आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक पर भाजपा सरकार से सबूत मांगे गए थे।

नगरोटा से कश्मीर की ओर अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ फिर से शुरू करने वाले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष दीवार के पीछे से पदयात्रा देख रहे कुछ सैनिकों को देखने के बाद वहां रुक गए।

वह उनके पास गए और आगे बढ़ने से पहले उनसे हाथ मिलाया। उन्होंने सड़क के दोनों ओर इकट्ठी हुई भीड़ और अपने घरों और दुकानों से उनकी एक झलक पाने की कोशिश कर रहे लोगों की ओर हाथ हिलाकर अभिवादन किया।

भाषा

प्रशांत माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)