पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा ‘घोटाले’ को लेकर बीजद ने भुवनेश्वर में विरोध प्रदर्शन किया

पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा ‘घोटाले’ को लेकर बीजद ने भुवनेश्वर में विरोध प्रदर्शन किया

पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा ‘घोटाले’ को लेकर बीजद ने भुवनेश्वर में विरोध प्रदर्शन किया
Modified Date: October 6, 2025 / 04:50 pm IST
Published Date: October 6, 2025 4:50 pm IST

भुवनेश्वर, छह अक्टूबर (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) ने सोमवार को भुवनेश्वर में पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) की भर्ती में कथित अनियमितताओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और इसकी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।

प्रदेश की बरहामपुर पुलिस द्वारा 30 सितंबर को ओडिशा-आंध्र प्रदेश सीमा से 114 उम्मीदवारों सहित कई लोगों को गिरफ्तार करने के बाद ओडिशा पुलिस भर्ती बोर्ड (ओपीआरबी) ने एसआई की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा स्थगित कर दी थी।

पुलिस ने कहा कि उम्मीदवार कथित तौर पर 5-6 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा से पहले ‘विशेष कोचिंग’ के लिए पड़ोसी राज्य में एक अज्ञात स्थान पर जा रहे थे।

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सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक उम्मीदवार ने कथित तौर पर एक एसआई पद के लिए 25 लाख रुपये देने पर सहमति व्यक्त की थी, जिसमें से 10 लाख रुपये अग्रिम और शेष 15 लाख रुपये नियुक्ति के बाद दिए जाने थे।

बैनर, पोस्टर और तख्तियां लेकर तथा भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सैकड़ों बीजद सदस्यों ने मास्टर कैंटीन से लोअर पीएमजी चौराहे तक विरोध मार्च निकाला और कथित भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की।

बीजू जनता दल (बीजद) सदस्यों ने जब बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया, जिससे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हाथापाई हो गई।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कई बीजद नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।

राज्य सरकार पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए, बीजद नेता प्रीतिरंजन घराई ने मांग की कि सरकार छात्रों और युवाओं को न्याय दिलाने के लिए मामले को केंद्रीय एजेंसी को सौंप दे।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा सरकार ने घोटाले में शामिल बड़े नामों को बचाने के लिए अपराध शाखा से मामले की जांच करने को कहा है।’’

बीजद महिला शाखा की अध्यक्ष स्नेहांगिनी छुरिया ने दावा किया कि प्रत्येक एसआई पद ‘‘25 लाख रुपये में बेचा गया’’ । उन्होंने इसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता का आरोप लगाया।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सिर्फ़ एसआई पद ही नहीं, भाजपा शासन के दौरान सभी नौकरियों की भर्तियां बेची गईं। अब ओडिशा में ‘नौकरी के बदले पैसे’ वाली स्थिति बन गई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।’

बीजद की युवा शाखा के अध्यक्ष चिन्मय साहू ने आरोप लगाया, ‘यह एक संगठित भर्ती घोटाला था। यहां तक कि पुलिस विभाग भी इसमें शामिल है। केवल सीबीआई जांच ही पूरे घोटाले का पर्दाफ़ाश कर सकती है।’’

आरोपों का जवाब देते हुए, भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष अभिलाष पांडा ने बीजद सरकार के कार्यकाल के दौरान बालासोर में 2022 में हुए एक नौकरी धोखाधड़ी मामले का ज़िक्र किया।

उन्होंने कहा, ‘तीन साल पहले, बालासोर पुलिस ने बिचौलियों के साथ नौकरी के कई इच्छुक उम्मीदवारों को हिरासत में लिया था। हालांकि, सभी उम्मीदवारों को जाने दिया गया था। लेकिन, इस बार, पुलिस ने एसआई भर्ती में अनियमितताओं में शामिल सभी उम्मीदवारों को गिरफ्तार कर लिया है।’

इस बीच, अपराध शाखा ने भर्ती अनियमितताओं में संलिप्तता के संदेह में बालासोर जिले से एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया है।

भाषा रंजन मनीषा

मनीषा


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