विधायक की सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर बीजद ने ओडिशा निर्वाचन कार्यालय में ज्ञापन सौंपा |

विधायक की सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर बीजद ने ओडिशा निर्वाचन कार्यालय में ज्ञापन सौंपा

विधायक की सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर बीजद ने ओडिशा निर्वाचन कार्यालय में ज्ञापन सौंपा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:10 PM IST, Published Date : November 25, 2022/6:23 pm IST

भुवनेश्वर, 25 नवंबर (भाषा) ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने पदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान पार्टी विधायक सुशांत सिंह पर हमले की आशंका जताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से उनकी सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया है।

पार्टी ने यह मांग बीजद विधायक सुशांत सिंह के भाई पर पूर्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो नेताओं द्वारा किए गए कथित हमले के मद्देनजर की है।

बीजद का अनुरोध भाजपा उम्मीदवार प्रदीप पुरोहित द्वारा बीजद पर विधानसभा क्षेत्र में उनकी चुनावी सभा पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद आया है।

सुशांत सिंह के भाई सुब्रत पर 2018 में बीजेपुर उपचुनाव से पहले हमला किया गया था, जिसके बाद इस मामले में भाजपा के दो नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। एक साल बाद वे जमानत पर रिहा हुए।

बीजद के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा और बताया कि पार्टी को डर है कि भटली विधानसभा सीट के विधायक को फिर से निशाना बनाया जा सकता है जो राज्य के पूर्व मंत्री भी हैं।

पार्टी ने ज्ञापन में कहा, “यह भी सुनने में आ रहा है कि वे अब इस पदमपुर उपचुनाव में बीजद विधायक सुशांत सिंह पर हमले की योजना बना रहे हैं और इसके लिए वे तैयारी कर रहे हैं।”

बिना नाम लिए ज्ञापन में कहा गया है कि जिन दो भाजपा नेताओं ने सुब्रत सिंह पर कथित तौर पर हमला किया था, वे उपचुनाव के लिए विपक्षी दल के स्टार प्रचारक हैं।

बीजद ने आरोप लगाया कि ओडिशा में भाजपा का “चुनावी हिंसा का लंबा इतिहास” रहा है।

इस बीच, बरगढ़ जिला प्रशासन ने कहा कि पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है। पदमपुर सीट इसी जिले में आती है।

जिला अधिकारी ने कहा, “319 मतदान केंद्रों में से 74 माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में हैं और इनकी पहचान “संवेदनशील केंद्रों” के रूप में की गई है।”

उन्होंने कहा, “स्थिति को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग ने केंद्रीय बलों की नौ कंपनियों (प्रत्येक में 100 कर्मी होते हैं) की तैनाती की सिफारिश की है। जिले में पांच कंपनियां पहले ही तैनात की जा चुकी हैं। इसके अलावा, राज्य पुलिस के 41 प्लाटून (प्रत्येक में 30 कर्मी होते हैं) कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बरगढ़ में भी तैनात रहेंगे।”

भाषा जितेंद्र मनीषा

मनीषा

 

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