भाजपा ने राष्ट्रपति पद पर मुर्मू के निर्वाचन को ऐतिहासिक बताया |

भाजपा ने राष्ट्रपति पद पर मुर्मू के निर्वाचन को ऐतिहासिक बताया

भाजपा ने राष्ट्रपति पद पर मुर्मू के निर्वाचन को ऐतिहासिक बताया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:20 PM IST, Published Date : July 22, 2022/7:30 pm IST

नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को भारत के नए राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू के निर्वाचन को ऐतिहासिक बताया और अनुसूचित जनजाति समुदाय के विकास और उनके सशक्तीकरण के लिए किए गए कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा, पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष समीर उरांव और प्रवक्ता हीना गावित ने वर्ष 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा आदिवासी समुदाय के कल्याण और सशक्तीकरण के लिए उठाए गए कदमों को रेखांकित किया।

उन्होंने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर मुर्मू के निर्वाचन की जमकर सराहना की। मुर्मू राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने वाली पहली आदिवासी नेता हैं।

मुंडा ने कहा, ‘‘यह ऐतिहासिक और देश के हर नागरिक के लिए गौरव करने का क्षण है।’’

मुंडा ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकारों ने जनजातीय समुदाय से बहुत वादे और दावे किए थे, लेकिन उन्होंने इनका क्रियान्वयन करने के लिए कुछ नहीं किया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और अवसंरचना विकास को मजबूती देने के लिए कई कदम उठाए और लोगों को सशक्त भी किया।

उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2022-23 में जनजातीय समुदाय पर खर्च करने के लिए 81,000 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन किया गया है, जिन्हें विभिन्न मंत्रालयों द्वारा खर्च किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया और 10 राज्यों में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित संग्रहालय बनाने की भी घोषणा की है।

मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार आकांक्षी जिलों के विकास के तहत भी जनजातीय समुदाय का विकास कर रही है। इन जिलों में बड़ी संख्या में जनजातीय आबादी रहती है।

गावित ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों और उनके नेताओं ने जनजातीय समुदाय के लिए बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन नतीजे सिफर रहे।

उन्होंने कहा कि वास्तव में जनजातीय समुदाय का सशक्तीकरण प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने जब 2014 में शपथ ली थी, तो उन्होंने पहले ही वाक्य में कहा था कि उनकी सरकार गरीब, शोषित, वंचित, पीड़ित, आदिवासियों और दलितों के लिए समर्पित है। यह केवल उन्होंने कहा ही नहीं, बल्कि करके भी दिखाया है।’’

भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र दिलीप

दिलीप

 

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