हैदराबाद, पांच अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस की राज्य इकाइयों ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलने को लेकर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की आलोचना करते हुए कहा कि यह राजनीतिक लोभ का परिणाम है, जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस कदम का स्वागत किया।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि राव ने तेलंगाना के अस्तित्व की हत्या कर दी और तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति रखने का काम पारिवारिक विवाद सुलझाने और राजनीतिक लालच को पूरा करने के लिए किया गया।
रेड्डी ने दावा किया कि केसीआर के नाम से जाने जाने वाले राव तेलंगाना में चुनाव लड़ने के योग्य नहीं हैं।
इस बीच, भाजपा की तेलंगाना इकाई के मुख्य प्रवक्ता के कृष्णा सागर राव ने राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश की मुख्यमंत्री राव की योजना को ‘‘दुस्साहस’’ करार दिया। उन्होंने कहा कि राव जब ‘‘अपनी सरकार को चलाने के लिए वित्तीय आधार पर संघर्ष कर रहे हैं’’ तो ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार के प्रयास का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा पहली बार नहीं है, जबकि किसी क्षेत्रीय दल ने राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाएं रखी हों। वर्ष 1947 के बाद से कई क्षेत्रीय दलों ने कोशिश की और वे असफल रहे।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा का मानना है कि कोई ‘तेलंगाना मॉडल’ नहीं है और यह केवल मुख्यमंत्री की ‘‘कल्पना’’ है।
भाजपा नेता ने दावा किया कि राव का यह कदम उनके लिए नुकसानदेह साबित होगा।
इस बीच, एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी ने ट्वीट करके राव को बधाई दी और कहा, ‘‘मैं नई शुरुआत करने पर पार्टी को शुभकामनाएं देता हूं।’’
राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने की कवायद के साथ बुधवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) किया गया।
पार्टी की महत्वपूर्ण आम सभा बैठक में यह फैसला लिया गया।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा
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