भाजपा शासित केंद्र फासीवादी, नस्लवादी, दमनकारी सरकार है : प्रियंका गांधी

भाजपा शासित केंद्र फासीवादी, नस्लवादी, दमनकारी सरकार है : प्रियंका गांधी

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  • Publish Date - April 20, 2024 / 05:53 PM IST,
    Updated On - April 20, 2024 / 05:53 PM IST

(फाइल फोटो के साथ)

त्रिशूर (केरल), 20 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित केंद्र पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि यह एक ‘‘फासीवादी, नस्लवादी और दमनकारी’’ सरकार है जो शहीदों के खून से लिखे गए संविधान को बदलने की बात बड़े ‘‘अभिमान से’’ करती है।

कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार बलात्कारियों को बचा रही है। उन्होंने दावा किया कि नीतियां प्रधानमंत्री के ‘‘एकाधिकारी मित्रों’’ को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई जा रही हैं, जबकि जनता को बेरोजगारी और गरीबी की ओर धकेला जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी बॉण्ड के माध्यम से कारोबारियों से उगाही की गई, सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल करके असहमति की आवाज को चुप कराया जा रहा और न्यायपालिका को ‘‘धमकाया’’ जा रहा है।

प्रियंका ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा से निर्वाचित सरकारों को खरीदा और बेचा जा रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अर्थव्यवस्था के बारे में ‘‘झूठे आंकड़े’’ पेश किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां खड़े होकर, दस साल तक एक नस्लवादी, फासीवादी और दमनकारी सरकार के शासन में रहने के बाद, मुझे आपसे यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि हम, अपने देश के इतिहास में इस समय, तूफान के मुहाने पर खड़े हैं। ऐसा तूफान जो भारत की आत्मा पर कहर बरपा रहा है।’’

उन्होंने कहा कि अब लोगों के जागने का समय आ गया है क्योंकि भगवद्गीता में भगवान कृष्ण ने ‘‘हमें भय, लालच और अहंकार को दूर रखना और प्रेम, करुणा और विनम्रता के तरीकों को अपनाने की शिक्षा दी है।’’

कांग्रेस नेता ने सवाल किया, ‘‘हम चुपचाप कैसे देख सकते हैं जब हमारा प्यारा देश भाजपा, उसके सहयोगियों और उसके सर्वोच्च नेता के अहंकार, लालच का शिकार हो रहा है?’’

उन्होंने चालकुडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बेन्नी बेहनन के लिए प्रचार करते हुए कहा, ‘‘आज हमारे देश में एक महासंग्राम चल रहा है। इसलिए, मेरे बहनों और भाइयों, आज आपके ऊपर अपने देश के प्रति एक महती जिम्मेदारी है। कुछ दिनों में आप जो चुनाव करेंगे वह यह तय करेगा कि भारत के लिए लड़ाई कौन सा पक्ष जीतेगा।’’

प्रियंका ने कहा, ‘‘एक तरफ भारत के इस नए संस्करण की ताकतें खड़ी हैं, दूसरी तरफ वे लोग हैं जो उस भारत के लिए लड़ रहे हैं जो हमारे लोगों के परिश्रम और हमारे शहीदों के खून से बना है।’’

प्रियंका ने कहा कि जब वह भारत के संस्थापक सिद्धांतों के तबाही के कगार पर होने की बात करती हैं, तो कुछ लोग उनसे कहते हैं कि नया भारत बन रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें जिस नए भारत के बारे में बताया जा रहा है, वह ऐसा भारत है जहां ताकत, सच्चाई पर हावी रहती है, लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दरकिनार कर कानून बनाए जाते हैं और इन्हें लोगों पर उनकी इच्छा के विरुद्ध लागू किया जाता है।’’

प्रियंका ने कहा कि इस नए राष्ट्र में ‘‘प्रधानमंत्री के लोग’’ भारत के उस संविधान को बदलने की बात बड़े ‘‘अभिमान से’’ करते हैं, जो ‘‘हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के खून से लिखा गया। उन्होंने कहा, ‘‘वे (भाजपा) भारत के संविधान को अपने लालच और महत्वाकांक्षा का साधन मानते हैं, जैसे कि यह कोई कागज का टुकड़ा हो।’’

प्रधानमंत्री और उनकी सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने का दावा करते हैं, लेकिन उनकी सरकार ने तब कुछ नहीं किया जब हिंसा प्रभावित मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस नए भारत में ‘‘सत्ता में बैठे लोग महिलाओं को बताते हैं कि क्या पहनना है…वे यह तय करने का अधिकार होने का दावा करते हैं कि महिलाएं किससे प्रेम कर सकती हैं और किससे शादी कर सकती हैं।’’

प्रियंका ने कहा, ‘‘सरकार बलात्कारियों की रक्षा करती है और महिलाओं का उत्पीड़न करने वालों का बचाव करती है। वे उत्पीड़न की पीड़िताओं के चरित्र पर सवाल उठाकर अपने प्रशासन की पूरी ताकत का उपयोग करके जघन्य अपराधों की पीड़िताओं को बदनाम करते हैं।’’

कांग्रेस नेता ने सरकार की तुलना ‘‘ठगों’’ से की जो विरोध में सिर उठाने वालों पर अत्याचार करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ‘‘उन लोगों को परेशान करता है, उन पर आरोप लगाता है और उन्हें जेल में डाल देता है जो इसके खिलाफ बोलने की हिम्मत दिखाते हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि नीतियां प्रधानमंत्री के ‘‘एकाधिकारी मित्रों’’ को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई जा रही हैं, जबकि जनता को बेरोजगारी और गरीबी की ओर धकेला जा रहा है। प्रियंका ने कहा, “सार्वजनिक संपत्ति जो भारत के लोगों की है, संपत्ति जो हमारे लोगों के पसीने और कड़ी मेहनत से बनाई गई, उन्हें एक के बाद एक प्रधानमंत्री के अरबपति दोस्तों को सौंप दिया गया।’’

कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘हवाई अड्डों, बंदरगाहों, राजमार्गों, सार्वजनिक भूमि के विशाल भूभाग और सीमेंट, बिजली और कोयला जैसे उद्योग के पूरे क्षेत्रों पर प्रधानमंत्री के करीबी मुट्ठी भर कारोबारियों का नियंत्रण है।’’

उन्होंने चुनावी बॉण्ड का जिक्र करते हुए इसे ‘‘जबरन वसूली’’ का एक रूप बताया और आरोप लगाया कि कानून की रक्षा करने वाली सरकारी एजेंसियों को ‘‘गैरकानूनी तरीके से जबरन वसूली करने वालों में बदला जा रहा है’’ और इन्हें असहमति की आवाज को दबाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस नये राष्ट्र में भ्रष्टाचार संस्थागत हो गया है। इस नए राष्ट्र में संस्थाओं को घुटनों पर ला दिया गया है, न्यायपालिका को धमकाया गया है और जिन्हें हमारी स्वतंत्रता की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उन्हें चुप करा दिया गया है।’’

प्रियंका ने केंद्र पर लद्दाख में कथित चीनी अतिक्रमण को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर चुप रहने का भी आरोप लगाया और कहा कि किसानों की आवाज केवल तभी सुनी जाती है जब चुनाव करीब आते हैं।

भाषा आशीष माधव

माधव