कोविड-19 की बूस्टर खुराक फिलहाल केंद्रीय विषय नहीं : सरकार

कोविड-19 की बूस्टर खुराक फिलहाल केंद्रीय विषय नहीं : सरकार

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  • Publish Date - September 16, 2021 / 08:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:47 PM IST

नयी दिल्ली, 16 सितंबर (भाषा) सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 की बूस्टर खुराक इस समय वैज्ञानिक चर्चा के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्रीय विषय नहीं है और दो खुराक प्राप्त करना मुख्य प्राथमिकता है।

एक प्रेस ब्रीफिंग में सवाल का जवाब देते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि दोनों खुराक देना नितांत आवश्यक है और इसमें किसी तरह की बाधा नहीं होनी चाहिए।

भार्गव ने कहा, “हमें एक बात बहुत स्पष्ट रूप से याद रखने की जरूरत है कि बूस्टर खुराक इस समय वैज्ञानिक चर्चा के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्रीय विषय नहीं है। दो खुराक प्राप्त करना अहम प्राथमिकता है।”

उन्होंने कहा, “कई एजेंसियों ने अनुशंसा की है कि एंटीबॉडी के स्तर को नहीं मापा जाना चाहिए…लेकिन महत्वपूर्ण समझ यह है कि दोनों खुराक का पूर्ण टीकाकरण नितांत जरूरी है और इसे किसी तरह बाधित नहीं होना चाहिए।”

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत की 20 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं जबकि 62 प्रतिशत को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। इसके साथ ही 99 प्रतिशत स्वास्थ्य देखभालकर्मियों को टीके की पहली खुराक और 82 प्रतिशत पात्र स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी है।

भूषण ने कहा कि अग्रिम पंक्ति के शत प्रतिशत कर्मियों को पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि 78 प्रतिशत को दूसरी खुराक भी मिल चुकी है।

अब तक पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों – सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, चंडीगढ़ और लक्ष्यद्वीप- की संपूर्ण वयस्क आबादी को टीके की कम से कम पहली खुराक दी जा चुकी है।

आंकड़ों के मुताबिक, एक महीने में दी जाने वाली टीके की औसत दैनिक खुराक मई में 19.69 लाख से बढ़कर जून में 39.89 लाख, फिर जुलाई में 43.41 लाख और अगस्त में 59.19 लाख हो गई है।

भूषण ने कहा कि सितंबर के पहले 15 दिनों में औसत दैनिक टीकाकरण प्रतिदिन 74.40 लाख रहा है।

भाषा

प्रशांत पवनेश

पवनेश