कोटा में बीटेक के छात्र ने आत्महत्या की |

कोटा में बीटेक के छात्र ने आत्महत्या की

कोटा में बीटेक के छात्र ने आत्महत्या की

:   Modified Date:  February 2, 2024 / 07:21 PM IST, Published Date : February 2, 2024/7:21 pm IST

कोटा, दो फरवरी (भाषा) राजस्थान के कोटा में बीटेक अंतिम वर्ष के एक छात्र ने अपने पीजी (पेइंग गेस्ट) के कमरे में छत के पंखे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि मरने वाले छात्र की पहचान नूर मोहम्मद (27) के तौर पर हुयी है। पुलिस के अनुसार छात्र ने बुधवार को किसी समय यह कदम उठाया, हालांकि, उसका शव बृहस्पतिवार की रात विज्ञान नगर इलाके में स्थित पीजी के उसके कमरे से बरामद किया गया।

उन्होंने बताया कि कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह में कोटा में यह तीसरी आत्महत्या है।

उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला मोहम्मद चेन्नई की एसआरएम यूनिवर्सिटी से बीटेक की पढ़ाई कर रहा था और यहां पेइंग गेस्ट के तौर पर रहता था।

विज्ञान नगर के पुलिस उपाधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि मोहम्मद ने 2016 से 2019 तक प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा के कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई की और एसआरएम विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के बाद, वह अपने कोटा के पीजी से ऑनलाइन कक्षाएं लेता था।

सिंह ने बताया कि उसने बुधवार को संभवत: चादर का इस्तेमाल करते हुये छत में लगे पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। अधिकारी ने कहा, मेस के एक लड़के ने बृहस्पतिवार की शाम को मोहम्मद के कमरे के बाहर एक बिना उपयोग वाला टिफिन बॉक्स देखा और पीजी मालिक को सूचित किया।

सिंह ने बताया कि पुलिस को घटना की जानकारी बृहस्पतिवार की रात करीब आठ बजे दी गई।

उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखा गया है और छात्र के परिवार को सूचित कर दिया गया है और वे कोटा पहुंच रहे हैं।

इस साल कोटा में अब तक तीन छात्र आत्महत्या कर चुके हैं । 29 जनवरी को, जेईई परीक्षा की तैयारी कर रही 18 वर्षीय निहारिका सिंह ने जबकि 23 जनवरी को, 19 वर्षीय मोहम्मद ज़ैद ने कथित रूप से फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी ।

पिछले साल कोटा में 26 छात्रों ने कथित तौर पर आत्महत्या की थी। कोटा में देश भर से बच्चे शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए जेईई (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं।

भाषा रंजन रंजन पवनेश

पवनेश

 

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