मंत्रिमंडल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में प्रगति से अवगत कराया गया |

मंत्रिमंडल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में प्रगति से अवगत कराया गया

मंत्रिमंडल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में प्रगति से अवगत कराया गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:49 PM IST, Published Date : September 28, 2022/7:59 pm IST

नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्रिमंडल को वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत मातृ मृत्यु अनुपात, शिशु मृत्यु दर, कुल प्रजनन दर आदि में तेजी से हुई कमी सहित विभिन्‍न तरह की प्रगति या उपलब्धियों से बुधवार को अवगत कराया गया।

सरकारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंत्रिमंडल ने टीबी, मलेरिया, काला-अजार, डेंगू, कुष्ठ, वायरल हेपेटाइटिस जैसे रोगों से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की ।

ज्ञात हो कि एनएचएम को पूरी आबादी को स्वास्थ्य सेवा लाभ पहुंचाने के लिए लागू किया गया है । इसके तहत समाज के कमजोर वर्ग पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में जाने वाले सभी लोगों को सेवाएं प्रदान की जाती हैं।

बयान में कहा गया है कि मंत्रिमंडल ने कोविड-19 की शीघ्र रोकथाम, इसका पता लगाने और प्रबंधन के लिए तत्काल ठोस उपाय करने हेतु स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारी में तेजी लाने के लिए ‘आपातकालीन प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज (ईसीआरपी)’ के प्रथम चरण के लिए कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में एनएचएम की अहम भूमिका का संज्ञान लिया ।

ईसीआरपी-1 केंद्र सरकार की ओर से शत-प्रतिशत सहायता प्राप्‍त पैकेज है और 31 मार्च 2021 तक की अवधि के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 8,147.28 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी। इस पैकेज का उद्देश्य कोविड-19 के फैलने की रफ्तार पर लगाम लगाना और भविष्य में इसकी रोकथाम एवं ठोस तैयारी करने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्वास्थ्य प्रणाली के लिए आवश्‍यक सहायता देना व इसे मजबूत करना था।

बयान के अनुसार, वर्ष 2025 तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) का लक्ष्य मातृ मृत्यु अनुपात (एमएमआर) को 113 से घटाकर 90 करना, शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) को 32 से घटाकर 23 करना, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर (यू5एमआर) को 36 से घटाकर 23 करना तथा कुल प्रजनन दर (टीएफआर) को 2.1 तक बनाए रखना है।

इसके तहत सभी जिलों में कुष्ठ रोग के प्रसार को प्रत्येक 10,000 की जनसंख्या पर 1 से नीचे लाने, प्रत्येक 1000 की जनसंख्या पर मलेरिया के वार्षिक मामलों को 1 से नीचे लाने, देश से 2025 तक टीबी महामारी को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है।

भाषा दीपक

दीपक नरेश

नरेश

 

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