तमिलनाडु में शहरी निकाय चुनावों के लिए प्रचार चरम पर, द्रमुक और अन्नाद्रमुक में तलवारें खींची

तमिलनाडु में शहरी निकाय चुनावों के लिए प्रचार चरम पर, द्रमुक और अन्नाद्रमुक में तलवारें खींची

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  • Publish Date - February 16, 2022 / 08:25 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

चेन्नई, 16 फरवरी (भाषा) तमिलनाडु में आगामी शहरी निकाय चुनावों के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान बुधवार को चरम पर पहुंच गया। द्रमुक ने जहां यह दावा किया कि उसने 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले जो वायदे किये थे, वे पूरे कर दिये हैं, वहीं मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने वादों को पूरा न करने को लेकर सत्तारूढ दल को कड़ी फटकार लगायी।

द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने 19 फरवरी को होने वाले स्थानीय चुनाव से संबंधित एक प्रचार अभियान में वर्चुअल रूप से सम्बोधित करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी द्वारा दिये गये आश्वासन पूरे किये जा चुके हैं।

अपनी पार्टी और घटक दलों के लिए मतदान की अपील करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कथित तौर पूरे किये गये विभिन्न दावों का जिक्र किया, जिनमें दूध की कीमत में तीन रुपये प्रति लीटर की कटौती करना और शहरी बसों में महिलाओं की मुफ्त यात्रा के वायदे शामिल हैं।

उन्होंने उनकी पार्टी की सरकार ‘द्रविड़वादी (द्रविडियन) मॉडल’ पर आधारित है जो समग्र विकास के साथ सामाजिक न्याय है।

मुख्यमंत्री ने आपदा राहत कोष से महामारी राहत के अंतर्गत 8989 करोड़ रुपये तथा जीएसटी मद से 16,725 करोड़ रुपये तमिलनाडु सरकार को न देने को लेकर भाजपा-नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा।

उधर, अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘द्रमुक राजनीतिक दल नहीं, कॉरपोरेट कंपनी है।’’ उन्होंने भी एक सभा के दौरान उपस्थित जनसमूह से कुछ योजनाओं का उल्लेख करते हुए पूछा कि क्या उन वादों पर अमल किया गया, तो एक हिस्से से आवाज आई – नहीं।

भाषा

सुरेश नरेश

नरेश