यकीन नहीं हो रहा कि वह आतंकवादी गतिविधि में शामिल हो सकता है : दिल्ली विस्फोट के संदिग्ध का परिवार

यकीन नहीं हो रहा कि वह आतंकवादी गतिविधि में शामिल हो सकता है : दिल्ली विस्फोट के संदिग्ध का परिवार

यकीन नहीं हो रहा कि वह आतंकवादी गतिविधि में शामिल हो सकता है : दिल्ली विस्फोट के संदिग्ध का परिवार
Modified Date: November 11, 2025 / 04:18 pm IST
Published Date: November 11, 2025 4:18 pm IST

श्रीनगर, 11 नवंबर (भाषा) दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट में संलिप्त संदिग्ध व्यक्ति के परिवार ने कहा कि उसे विश्वास नहीं हो रहा है कि वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकता है।

पुलिस के अनुसार डॉ. उमर नबी कथित तौर पर उस हुंडई आई20 कार को चला रहा था जिसका इस्तेमाल सोमवार को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पार्किंग क्षेत्र के पास हुए विस्फोट में किया गया था। डॉ. उमर नबी पुलवामा के कोइल गांव का रहने वाला है।

लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए इस विस्फोट में कम से कम 12 लोग मारे गए।

 ⁠

डॉ. उमर नबी की भाभी मुजम्मिल ने बताया कि वह बचपन से ही अंतर्मुखी था, उसके ज्यादा दोस्त नहीं हैं और वह अपनी पढ़ाई एवं काम पर ध्यान केंद्रित करता था।

मुजम्मिल ने बताया, ‘‘वह फ़रीदाबाद के एक कॉलेज में अध्यापक के तौर पर काम कर रहा था। उसने शुक्रवार को फ़ोन कर बताया था कि वह परीक्षाओं में व्यस्त है और तीन दिन बाद घर लौटेगा। वह बचपन से ही थोड़ा संकोची स्वभाव का था।’’

मुजम्मिल ने कहा कि उमर ऐसा व्यक्ति नहीं है जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत संघर्ष किया कि वह अच्छी तरह पढ़-लिख ले ताकि वह अपना और अपने परिवार का ख़याल रख सके। इन बातों पर बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा है।’’

मुजम्मिल ने बताया कि उमर आखिरी बार दो महीने पहले कश्मीर आया था।

दिल्ली पुलिस की आरंभिक जांच के अनुसार ऐसा लगता है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया होगा, जिससे इसका तार फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से जुड़ता है। फरीदाबाद में 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और ज्वलनशील पदार्थ ज़ब्त किए गए हैं।

सूत्र ने कहा, ‘‘अंतिम रिपोर्ट का इंतजार है।’’

पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी है।

भाषा राजकुमार अविनाश

अविनाश


लेखक के बारे में