कारगिल, 26 जून (भाषा) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तीन सदस्यीय टीम ने कारगिल जिले का दौरा किया और निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों और अन्य विशेषज्ञों के अलावा एलएएचडीसी कारगिल के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया। एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मार्च में, केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल आर के माथुर ने सीबीएसई के अध्यक्ष मनोज आहूजा के साथ बैठक की थी और लद्दाख में एक स्कूल शिक्षा बोर्ड की आवश्यकता पर चर्चा की थी।
माथुर ने अगले दो-तीन वर्षों के लिए एक अंतरिम व्यवस्था की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला था, और आहूजा से एक विस्तृत सर्वेक्षण के लिए केंद्र शासित प्रदेश में एक टीम भेजने और आगे के रोडमैप पर चर्चा करने पर विचार करने को कहा था।
इससे पहले, कारगिल में स्कूली शिक्षा बोर्डों की समीक्षा के लिए गठित एक आधिकारिक पैनल ने जम्मू-कश्मीर राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड के प्रशासनिक मामलों के प्रबंधन में कठिनाई के कारण एक वैकल्पिक योजना का सुझाव दिया था।
पैनल ने कहा था, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, 2019 में इसी बोर्ड को जारी रखने का भी प्रावधान किया गया है, लेकिन पूववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने से बोर्ड के प्रशासनिक मामलों का प्रबंधन करना मुश्किल हो गया, इसलिए भविष्य के लिए एक वैकल्पिक योजना को लाना चाहिए।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचडीसी), कारगिल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी पार्षद फिरोज अहमद खान ने सीबीएसई टीम के साथ शुक्रवार को हुई बैठक की अध्यक्षता की जिसमें संयुक्त सचिव संजीब दास, हिलाल अहमद और श्याम कपूर शामिल हुए थे। बैठक में पार्षद, शिक्षा विशेषज्ञ और निजी स्कूलों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
भाषा कृष्ण पवनेश
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