कोविड-19 महामारी के बीच केरल में विजयादशमी पर बच्चों का ‘विद्यारम्भम’ |

कोविड-19 महामारी के बीच केरल में विजयादशमी पर बच्चों का ‘विद्यारम्भम’

कोविड-19 महामारी के बीच केरल में विजयादशमी पर बच्चों का ‘विद्यारम्भम’

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : October 15, 2021/2:25 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 15 अक्टूबर (भाषा) केरल में विजयादशमी को बच्चों के पठन-पाठन की शुरुआत यानि ‘विद्यारम्भम’ के दिन के रूप में मनाया जाता है।

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किए जाने के बीच हजारों बच्चों ने केरल में विजयादशमी के अवसर पर अक्षर ज्ञान का आरंभ किया। रीति-रिवाजों के अनुसार विद्वान, लेखक, शिक्षक, पुजारी और समाज के अन्य मुख्य रूप से दो से तीन साल की उम्र के बच्चों को राज्य भर के मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों में इस अवसर पर अपना पहला शिक्षा पत्र लिखते हैं।

हालांकि, आचार्यों (पुजारियों और विद्वानों) के बजाय माता-पिता को निर्देश दिया गया था कि वे इस बार अधिकांश स्थानों पर महामारी के मद्देनजर सुरक्षा मुद्दों पर विचार करते हुए अपने बच्चों को अपना पहला पत्र लिखें। आचार्यों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए पिता, माता या दादा-दादी बच्चों को चावल से भरी थाली पर ‘‘हरि..श्री…’’ लिखने में मदद करते हुए या बच्चे की जीभ पर सोने की अंगूठी से लिखते हुए देखे गए।

दीक्षा समारोह ‘एजुथिनिरुथु’ के लिए बच्चों के पंजीकरण और उनके साथ आने वाले रिश्तेदारों की संख्या पर इस बार सख्त प्रतिबंध लगाए गए। हालांकि, पारंपरिक अनुष्ठान विशेष रूप से देवी सरस्वती को समर्पित प्रमुख मंदिरों में कड़ी निगरानी में आयोजित किए गए।

पिछले वर्षों के विपरीत कोट्टायम में प्रसिद्ध पंचिकाडु सरस्वती मंदिर और नोथ परावुर में दक्षिण मूकाम्बिका मंदिर में पहले की तरह भीड़ नहीं देखी गई।

भाषा सुरभि शाहिद

शाहिद

 

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