कांग्रेस ने समावेशी ‘ग्रेटर असम’ की रूपरेखा तैयार करने के लिए जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू किया

कांग्रेस ने समावेशी ‘ग्रेटर असम’ की रूपरेखा तैयार करने के लिए जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू किया

कांग्रेस ने समावेशी ‘ग्रेटर असम’ की रूपरेखा तैयार करने के लिए जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू किया
Modified Date: December 6, 2025 / 06:53 pm IST
Published Date: December 6, 2025 6:53 pm IST

डिब्रूगढ़ (असम), छह दिसंबर (भाषा) कांग्रेस ने जनता तक पहुंचने के लिए शनिवार को एक पहल शुरू की, ताकि सभी समुदायों को शामिल करते हुए ‘ग्रेटर असम’ के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करने वाला घोषणापत्र तैयार किया जा सके।

कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा कि हाल ही में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के अनुरूप अन्य विपक्षी दलों द्वारा भी इसी तरह के जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं।

यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोगोई ने कहा, ‘‘हमने अन्य विपक्षी दलों के साथ चर्चा की थी और यह राय बनी कि केवल सरकार की आलोचना करना पर्याप्त नहीं होगा। हमें लोगों तक पहुंचना होगा ताकि यह समझा जा सके कि आज के युवा, विभिन्न समुदाय, सरकारी कर्मचारी और सभी वर्ग भविष्य में कैसे असम की परिकल्पना करते हैं।’’

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कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उस निर्णय के अनुरूप, सभी विपक्षी दल इस महीने जनता से संपर्क करेंगे। मेरा प्रस्ताव है कि हम जनवरी में इन दलों का एक सम्मेलन आयोजित करें जहां ‘ग्रेटर असम’ के बारे में हमारे विचार साझा किए जाएं।’’

लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं और कानूनों को बनाने में लोगों की राय लेना कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्तर पर आरटीआई, आरटीई, मनरेगा आदि जैसे कानून लोगों से विचार-विमर्श के बाद ही बनाए गए थे।

पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र गौरव ने कहा, ‘‘इसी तरह, जब 2001 में तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार असम में सत्ता में आई, तो राज्य आर्थिक संकट से जूझ रहा था और कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक थी। उन्होंने लोगों से विचार-विमर्श किया और राज्य को इन समस्याओं से उबारने के लिए रूपरेखा तैयार की।’’

गोगोई ने कहा कि पार्टी अपने संगठनात्मक आधार को और मजबूत करने पर भी काम कर रही है।

भाषा शफीक रंजन

रंजन


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