नई दिल्ली। कांग्रेस ने राफेल डील को लेकर नया आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि इस डील में मोदी सरकार ने सभी नियमों की अनदेखी की है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि संसद में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने झूठ बोला है। राफेल डील रक्षा सौदे में क्रोनी कैपिटलिज्म (छद्म पूंजीवाद की संस्कृति) का सबसे बड़ा उदाहरण है। राफेल का सच छुपाया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा और उन पर देश से झूठ बोलने का आरोप लगाया। सुरजेवाला ने कुछ दस्तावेज सामने रखते हुए कहा, ‘राफेल सौदे की आए दिन खुलती परतें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री द्वारा बोले गए झूठ की परतें खोल रही हैं। कल्चर ऑफ क्रोनी कैपिटलिज्म मोदी सरकार का डीएनए बन गयी है। इस सौदे से सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाए जाने की बू आती है’।
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सुरजेवाला ने दावा किया कि फ्रांस के साथ 36 राफेल विमान के लिए समझौता होने के बाद इस सौदे से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से लेकर एक निजी भारतीय समूह की रक्षा कंपनी को दिया गया जबकि यह कंपनी समझौते से 12 दिन पहले ही पंजीकृत हुई थी। साथ ही, उस कंपनी के पास विमान बनाने का कोई अनुभव नहीं है। सुरजेवाला के अनुसार इस निजी भारतीय कंपनी ने 16 फरवरी 2017 को एक बयान में कहा कि उसे राफेल से जुड़ा 30,000 करोड़ रुपए का ‘ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट‘ और 1,00,000 एक लाख करोड़ रुपए का ‘लाइफ साइकल कॉन्ट्रैक्ट‘ मिला है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी दावा किया कि एक सरकारी विज्ञप्ति में रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें निजी कंपनी को ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रीय हितों के साथ हुए खिलवाड़‘ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए। सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण देश से क्यों झूठ बोल रही हैं। क्या प्रधानमंत्री स्वीकार करेंगे कि एचएएल से कॉन्ट्रैक्ट छीनकर एक निजी समूह को दिया गया। क्या रक्षा मंत्री की अनुमति के बगैर ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट किया गया।
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बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर गुरुवार निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सौदे के माध्यम से देश के एक नामी उद्योगपति को चार अरब डॉलर का ‘इनाम‘ दिया गया है।