जम्मू, आठ नवंबर (भाषा) कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी केंद्र-शासित प्रदेश में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नीत सरकार का समर्थन करती है, लेकिन वह उसका हिस्सा नहीं है।
कर्रा ने कहा कि कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन होने के बावजूद नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हाल में राज्यसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की एकतरफा घोषणा कर दी और नगरोटा विधानसभा उपचुनाव पर अपना निर्णय घोषित करने से पहले कांग्रेस से परामर्श नहीं किया।
कर्रा ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जम्मू-कश्मीर से एकत्र किए गए दो लाख से अधिक हस्ताक्षरों वाले कागजातों के साथ एक वाहन को नयी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के लिए रवाना करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “हम सरकार का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन उसका हिस्सा नहीं हैं। हमने अलग-अलग घोषणापत्र और एजेंडा होने के बावजूद पिछला विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ा था, फिर भी हमने कैबिनेट में कोई पद नहीं लिया।”
हस्ताक्षर वाले कागजात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंपे जाएंगे। कर्रा ने पार्टी के अभियान को “ऐतिहासिक” बताया और कहा कि यह देश में “लोकतंत्र को फिर से हासिल करने” के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है, जो 2014 से खतरे का सामना कर रहा है।
हाल में हुए राज्यसभा चुनाव और 11 नवंबर को होने वाले नगरोटा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार नहीं उतारने के बारे में पूछे जाने पर कर्रा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उनसे परामर्श किए बिना ही अपने फैसले की घोषणा कर दी।
भाषा आशीष पारुल
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