अयोध्या में राम मंदिर निर्माण निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक |

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:32 PM IST, Published Date : May 17, 2022/9:35 pm IST

नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर का निर्माण कार्य तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है। एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के कार्यालय के बयान के अनुसार, फरवरी 2022 में शुरू हुआ ग्रेनाइट पत्थर के साथ चबूतरे का निर्माण अगस्त 2022 तक पूरा होने की योजना है। चबूतरे के निर्माण में निर्धारित आकार के लगभग 17,000 पत्थरों का उपयोग किया जाएगा।

बयान में कहा गया, “प्रमाणित और परखी गुणवत्ता के ग्रेनाइट पत्थर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से खरीदे जा रहे हैं। रेल मंत्रालय के कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने ग्रेनाइट को अयोध्या तक तेजी से पहुंचाने में पूरा सहयोग दिया है।”

इसमें कहा गया, “मंदिर की ऊपरी संरचना में राजस्थान बंसी पहाड़पुर पत्थर की नक्काशी होगी। नक्काशी का काम पहले ही शुरू हो चुका है। अब तक, लगभग 75,000 घन फुट पत्थर की नक्काशी पूरी हो चुकी है। ऊपरी संरचना के लिए कुल आवश्यकता लगभग 4.45 लाख घन फुट पत्थर की है।

चबूतरे के चरणबद्ध रूप से पूरा होने के साथ, अंतिम ऊपरी स्थल का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा।

बयान में कहा गया कि परियोजना निगरानी सलाहकार और निर्माण एजेंसियों के साथ विस्तृत तकनीकी चर्चा के बाद, जमीन के नीचे सादे सीमेंट कंक्रीट, ग्रेनाइट पत्थर की परतों, मिर्जापुर पत्थर की परतों और ग्रेनाइट पत्थर द्वारा अंतिम टॉपिंग के उपयोग के साथ निचले चबूतरे के डिजाइन और नक्शे को भी अंतिम रूप दिया गया। निचले चबूतरे का काम एक जून 2022 को शुरू किया जाएगा।

योजना के तहत ‘परकोटे’ की नींव का डिजाइन और नक्शा भी तकनीकी जांच के अंतिम चरण में है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।

भगवान राम का मंदिर दिसंबर 2023 तक जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

भाषा

प्रशांत नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)