मेंगलुरु, 23 जून (भाषा) मेंगलुरु के समीप उल्लाल में खड़ा व्यापारी पोत ‘प्रिंसेस मिराल’ अब 70 प्रतिशत तक डूब गया है और समुद्र में ऊंची लहरें उठने के कारण उसके पूरी तरह से डूबने का खतरा है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
जहाज के स्वामित्व वाली एजेंसी जहाज को डूबने से रोकने के तरीके तलाश रही है। जहाज के मालिक यहां मरकान शिपिंग एजेंसी के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि जहाज को बचाने के लिए मुंबई की स्मिथ सालवेज कंपनी से विशेषज्ञों को यहां पहुंचना है। ऐसा माना जा रहा है कि जहाज के मालिक इस्पात कॉयल के माल को बचाने की कोशिश कर सकते हैं, जो करोड़ों रुपये का है।
यह जहाज मलेशिया से इस्पात कॉयल लेबनान लेकर जा रहा था। तकनीकी खामी के कारण जहाज के अगले हिस्से में एक छेद हो गया था। हालांकि जहाज के एजेंटों ने इसे मरम्मत के लिए न्यू मेंगलुरु पोर्ट (एनएमपी) या ओल्ड पोर्ट ले जाने की कोशिश की थी लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली।
इस बीच, जहाज यहां से समीप उल्लाल में उछिला में फंस गया। भारतीय तटरक्षक बल के कर्मियों ने जहाज में सवार सीरियाई चालक दल के 15 सदस्यों को बचा लिया और उन्हें बुधवार को पनाम्बूर पुलिस को सौंप दिया।
शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा कि दक्षिण कन्नड़ जिला प्रशासन जहाज पर सवार सीरियाई नागरिकों की देखभाल करेगा। उन्हें बाद में बेंगलुरु में विदेशियों के लिए बने केंद्र में भेजा जाएगा। विदेश मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद उन्हें सीरिया भेजा जाएगा।
उल्लाल में तटरक्षक बल के कर्मी, बंदरगाह अधिकारी और तटीय सुरक्षा पुलिस डूबे जहाज पर नजर रख रहे हैं।
भाषा
गोला माधव
माधव
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