दार्जिलिंग जीटीए चुनाव : अपराह्न एक बजे तक 38 प्रतिशत मतदान दर्ज, माहौल शांतिपूर्ण |

दार्जिलिंग जीटीए चुनाव : अपराह्न एक बजे तक 38 प्रतिशत मतदान दर्ज, माहौल शांतिपूर्ण

दार्जिलिंग जीटीए चुनाव : अपराह्न एक बजे तक 38 प्रतिशत मतदान दर्ज, माहौल शांतिपूर्ण

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:46 PM IST, Published Date : June 26, 2022/5:36 pm IST

कोलकाता, 26 जून (भाषा) दार्जिलिंग पहाड़ियों में गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) और उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी महाकुमा परिषद के लिए मतदान अब तक शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि रविवार को अपराह्न एक बजे तक दोनों स्थानों पर क्रमशः 38 प्रतिशत और 46 प्रतिशत मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया।

दार्जिलिंग पहाड़ियों को नियंत्रित करने वाली अर्द्ध-स्वायत्त परिषद ‘जीटीए’ के लिए एक दशक के बाद चुनाव करवाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मतदान प्रक्रिया सुबह सात बजे शुरू हुई थी।

एक अधिकारी ने कहा, ”मतदान अब तक शांतिपूर्ण रहा है। किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। अपराह्न एक बजे तक जीटीए में करीब 38 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सिलीगुड़ी महाकुमा परिषद में 45.96 प्रतिशत मतदान हुआ।”

2011 से अस्तित्व में आये ‘जीटीए’ में कुल 45 सीटें हैं। ये दार्जिलिंग जिले के कलिम्पोंग जिले और दार्जिलिंग, मिरिक तथा कुर्सेओंग उप-मंडलों में फैली हुई हैं। अधिकारी ने बताया कि 922 केंद्रों पर मतदान जारी है, जिनमें से पांच की पहचान अति संवेदनशील केंद्रों के रूप में की गई है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम), गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) जैसे पारंपरिक पहाड़ी दलों ने अर्ध-स्वायत्त परिषद चुनावों का बहिष्कार किया है।

हाल के निगम चुनावों में दार्जिलिंग नगर पालिका पर कब्जा करने के बाद नवगठित हमरो पार्टी जीटीए की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग ने कहा, ‘‘हमने जीटीए चुनावों का बहिष्कार किया है क्योंकि यह पहाड़ के लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। यहां के लोग जीटीए का समर्थन नहीं करते हैं। इस बार मतदान प्रतिशत कुछ महीने पहले निकाय चुनावों के दौरान दर्ज किए गए मतदान प्रतिशत से काफी कम होगा।”

जीजेएम ने 2012 के पहले और एकमात्र जीटीए चुनावों में सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। राज्य की मांग को लेकर हिंसक आंदोलन के कारण 2017 में चुनाव नहीं हो सके थे।

सिलीगुड़ी में महाकुमा परिषद (उपमंडल परिषद) की नौ सीटों पर, 22 पंचायतों और चार पंचायत समितियों में मतदान जारी है।

कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सिलीगुड़ी में मतदान कमोबेश शांतिपूर्ण रहा।

विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर आरोप लगाया कि वह महाकुमा परिषद प्रशासित क्षेत्र के बाहर के लोगों को ”छद्म मतदान” में शामिल करने के लिए ला रही है।

हालांकि, इस आरोप को सत्तारूढ़ दल ने ‘निराधार’ करार दिया।

राज्य की छह नगर पालिकाओं के छह वार्डों में भी उपचुनाव चल रहे हैं।

पुरुलिया में झालदा नगर पालिका के वार्ड-दो में मतदान जारी है। यहां मार्च में कांग्रेस पार्षद तपन कंडू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी नगर पालिका के वार्ड-आठ में भी मतदान हो रहा है। यहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्षद अनुपम दत्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

झालदा नगर पालिका के वार्ड-दो में अपराह्न एक बजे तक करीब 62.15 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि पानीहाटी नगर पालिका के वार्ड संख्या आठ में करीब 31.64 प्रतिशत मतदान हुआ।

भाटपारा नगर पालिका के वार्ड-तीन, चंदननगर नगर पालिका के वार्ड-16 और दमदम नगर पालिका के वार्ड-चार में मतदान जारी है। बता दें कि इनमें से प्रत्येक वार्ड में एक उम्मीदवार की फरवरी में चुनाव से पहले मृत्यु हो गई थी।

इन वार्डों में अपराह्न एक बजे तक दर्ज मतदान प्रतिशत क्रमश: 37.53 प्रतिशत, 44.17 प्रतिशत और 49.46 प्रतिशत रहा।

दक्षिण दमदम नगर पालिका के वार्ड-29 में तकरीबन 43.25 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

भाषा फाल्गुनी नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)